आस्थाओं संग बहता रोमांच ऋषिकेश में

शीतल तिवारी
हिमालय की तलहटी में बसा छोटा-सा शहर ऋषिकेश देश के प्रमुख तीर्थ स्थलों में गिना जाता है। इस जगह की नेचरल ब्यूटी तो गजब की है, गंगा नदी व मंदिरों के चलते यहां आपको स्वर्ग का सा नजारा दिखेगा। वैसे, एडवेंचर के एंगल से भी खासा पॉप्युलर है।

हिमालय का प्रवेश द्वार कहा जाने वाला ऋषिकेश बद्रीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री जा रहे पर्यटकों का आरामगाह बनता है। प्रकृति की गोद में बसा यह शहर जहां एक तरफ आध्यात्मिक शांति देता है, वहीं यहां एडवेंचर का रोमांच भी कम नहीं है। अगर दिल्ली के नजदीक किसी ठंडी जगह जाने का मन है, तो ऋषिकेश बहुत अच्छा ऑप्शन है। हिमालय की ऊंची चोटियां, हरे भरे पहाड़, कहीं तेज तो कहीं शांत भाव से बहती गंगा नदी- ये सब मिलकर दिल्ली की उमस, ऑफिस की थकान और रोजमर्रा की टेंशन को आपके मन से एकदम दूर कर देंगे।

क्यों है खास
यहां पर नेचर आपका हर तरीके से स्वागत करती नजर आती है। अगर आप सुकून चाहते हैं, तो यहां आपके लिए तमाम खूबसूरत नजारे हैं और इसी खूबसूरती के बीच मेडिटेशन, योगा और नेचरोपैथी अपनाकर आप अपनी लाइफ में एक टर्निंग पॉइंट ला सकते हैं। इससे बिल्कुल अलग अगर आप एडवेंचर का मजा लेने वालों में हैं, तो भी यह जगह आपके लिए एकदम बढ़िया है। यहां टैकिंग, राफ्टिंग, रॉक क्लाइंबिंग, क्लिफ जंपिंग आपके ट्रिप को यादगार बना देंगे।

मन की शांति के लिए यहां जाएं-
1- भरत मंदिर- आदि गुरु शंकराचार्य द्वारा बनाया गया मंदिर भारत के प्राचीन मंदिरों में से एक है। ओल्ड टाउन के बीचों बीच बसा भरत मंदिर भगवान राम के इस छोटे भाई के सम्मान में बनाया गया था।
2- त्रिवेणी घाट- गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम स्थल, त्रिवेणी घाट पर सुबह-सुबह श्रद्धालु डुबकी लगाने आते हैं। इस स्थान के प्रति लोगों के मन में गहरी आस्था का भाव है और इसे बेहद पवित्र स्थान माना जाता है।
3- लक्ष्मण झूला- कहा जाता है कि गंगा नदी को पार करने के लिए लक्ष्मण ने यह झूला बनवाया था। यह गंगा नदी के दोनों किनारों को जोड़ता है। इस पर खड़े होकर चारों ओर उस खूबसूरती को निहारा जा सकता है, जो कुदरत ने ऋषिकेश को खासतौर पर बख्शी है।
4- गीता भवन- यह मंदिर इस जगह के प्राचीन होने के साक्ष्य के रूप में यहां स्थित है। इसकी दीवारों पर रामायण और महाभारत की कहानियां उकेरी गई हैं।
5- परमार्थ निकेतन- यह एक आश्रम क्षेत्र है, जहां भारतीय सांस्कृतिक परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए एक स्कूल खोला गया है। हर शाम परमार्थ घाट पर गंगा आरती और हवन किया जाता है।

सनसेट- सनराइज
कुंजापुरी मंदिर- इसके एक तरफ उगता और डूबता सूरज तो दूसरी तरफ हिमालय की ऊंची चोटियां हैं, जो मन में असीम शांति उतार देती हैं।

गंगा के किनारे-किनारे
वशिष्ठ गुफा- ऋषिकेश से एक घंटे की ड्राइव के बाद यहां पहुंचा जा सकता है। कहा जाता है कि ऋषि वशिष्ठ यहां तप आदि किया करते थे।

रोमांच का भी लें मजा
1- राफ्टिंग- गंगा की लहरों के साथ हिचकोले खाते हुए राफ्टिंग का मजा जीवन भर याद रहने वाला अनुभव है। शांत, सुंदर और प्राकृतिक सुंदरता से भरी यह जगह रोमांच के चरम पर पहुंचाने का भी माद्दा रखती है। वैसे, राफ्टिंग के लिए यह जगह बहुत पॉपुलर है।
2- रॉक क्लाइंबिंग- हो सकता है कि आप पहले भी इसका मजा ले चुके हों, लेकिन ऊंची, सीधी चट्टानों पर चढ़ने का मजा हर बार नए उत्साह से भर देता है।
3- क्लिफ जंपिंग- नीचे बहती गंगा नदी जिसका बफीर्ला ठंडा पानी छूने की कल्पना से ही कंपकंपी छूटने लगती है। अगर 30 फीट की ऊंचाई से इस पानी में कूदने का मौका मिले, तो यह थ्रिलिंग एक्सपीरियंस शायद ही कोई एडवेंचर लवर छोड़ना चाहेगा।

इसके अलावा यहां कायाकिंग, ट्रैकिंग, रैप्लिंग का मजा भी ले सकते हैं।

कैसे जाएं
सड़क मार्ग से- दिल्ली से आपको आसानी से रोडवेज की या प्राइवेट बसें मिल जाएंगी। ये बसें नियमित रूप से चलती हैं।
रेलमार्ग से- ऋषिकेश का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन हरिद्वार है, जो देश के तमाम बड़े रेलवे स्टेशनों से जुड़ा है।
वायुमार्ग से- ऋषिकेश से 18 किमी. की दूरी पर देहरादून के निकट जौली ग्रांट एयरपोर्ट यहां का सबसे नजदीकी एयरपोर्ट है। कई एयरलाइंस की फ्लाइट इसे दिल्ली से जोड़ती हैं।