कैसे लिखें राम का नाम कि हो जाए सारी मनोकामना पूरी – लाल रंग की कलम से कम से कम 108 बार राम नाम लिखना चाहिए अथवा 108 के ही क्रम में 1008 इत्यादि बार लिखें। सावन के महीने में जो श्रीराम की पूजा करता है, वह भी शिवजी को ही प्राप्त होती है। जब हनुमान जी राम जी को ध्याते हैं तो वह पूजा भी शिव को ही समर्पित हुई इसलिए अगर राम नाम के लिखित जप के दौरान कम से कम 108 मनकों की माला फेरी जाए तो वह शिव भक्ति के खाते में ही जाती है और हमारा पुण्य खाता बड़ता जाता है। वैसे भी कहा गया है कि, ‘‘कलयुग केवल नाम अधारा, सुमिर सुमिर नर उतरहिं तारा’’ के आधार पर मानव को भगवान का सुमिरन और भजन अवश्य करना चाहिए, साथ ही गरीबों की मदद का संकल्प लेना चाहिए।
राम नाम की महिमा तो हर युग में रही है, पर कलियुग में तो कुछ खास ही है, जप-तप, योग-जुगत के सारे पराक्रम राम नाम में समाए हैं। राम नाम का महामंत्र राज कहा गया है, तनाव रहित जीवन व्यतीत करने के लिए, परिवार में, घर में सुख-शांति प्राप्त करने के लिए राम नाम एक सरल अचूक औषधि है। जीवन में जितना ज्यादा राम नाम लिखते जाएं, कष्ट उतना कम होता जाएगा। भगवान राम का नाम स्वयं लिखना और दूसरों से लिखने के लिए प्रेरित करने वाले की प्रभु चोट-चपेट, दुर्घटना आदि से रक्षा करते है।