जिस देश में, जिस भेष में, जिस धाम में रहो – भजन (Jis Desh Mein Jis Vesh Main Raho)

जिस देश में, जिस भेष में, जिस धाम में रहो
राधा रमण, राधा रमण, राधा रमण कहोजिस धाम में, जिस काम में, जिस नाम में रहो
राधा रमण, राधा रमण, राधा रमण कहो

जिस रंग में, जिस संग में, जिस ढंग में रहो
राधा रमण, राधा रमण, राधा रमण कहो

जिस रोग में, जिस भोग में, जिस योग में रहो
राधा रमण, राधा रमण, राधा रमण कहो

जिस हाल में, जिस चाल में, जिस काल में रहो
राधा रमण, राधा रमण, राधा रमण कहो

जिस ध्यान में, जिस ज्ञान में, परिधान में रहो
राधा रमण, राधा रमण, राधा रमण कहो