जो राम का नही किसी काम का नही ॥राजा राम सभी के उनकी ,
प्रजा है यहाँ सारी,
एक दूजे से राम-राम ,
कहके मिलते नर नारी
राम नाम अनमोल मिले ,
कही दाम का नही
जो राम का नही ,
किसी काम का नही ॥
प्रजा है यहाँ सारी,
एक दूजे से राम-राम ,
कहके मिलते नर नारी
राम नाम अनमोल मिले ,
कही दाम का नही
जो राम का नही ,
किसी काम का नही ॥
धन्य अयोध्या नगरी जिसमें ,
हुआ राम अवतार,
नाच रहे भारत वासी ,
गया सदियो का इंतजार
सभी मगन है जीकर खास और आम का नही,
जो राम का नही ,
किसी काम का नही ॥
खत्म हुआ वनवास प्रभु का ,
अवध पूरी में आये,
सारे जग में मने दीवाली ,
हर कोई खुशी मनाये,
उत्सव में कुछ पता ,
सुबह और शाम का नही,
जो राम का नही ,
किसी काम का नही ॥
वेद पुराण ग्रंथ सारे ,
राम राम गुण गाते,
राम नाम जब मुख से बोले ,
सब संकट टल जाते,
भूलन कुछ भी बने ,
हाड़ और चाम का नही,
जो राम का नही ,
किसी काम का नही ॥