देवउठनी एकादशी की शाम धन प्राप्ति के लिए करें ये 5 विशेष उपाय, भगवान विष्णु के साथ देवी लक्ष्मी विराजेंगी आपके द्वार

देवउठनी एकादशी पर विष्णु जी चार महीने की निद्रा से जागकर फिर से सृष्टि के कल्याण में लग जाते हैं। पौराणिक मान्यता है कि देवउठनी एकादशी पर किए गए कुछ विशेष उपाय जीवन में सुख-समृद्धि ला सकते हैं। देवउठनी एकादशी पर कुछ विशेष उपाय करने से भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की कृपा भी प्राप्त होती है। विशेषकर देवउठनी एकादशी की शाम कुछ विशेष उपाय करने चाहिए। आइए, जानते हैं देवउठनी एकादशी पर शाम के लिए लक्ष्मी प्राप्ति के उपाय।

देवउठनी एकादशी की शाम कनकधारा स्त्रोत का पाठ करें

आप अगर जीवन में सुख-समृद्धि का वास चाहते हैं, तो आपको देवउठनी की शाम मुख्य द्वार पर दीपक जलाकर द्वार पर ही खड़े होकर मन ही मन कनकधारा स्त्रोत का पाठ करना चाहिए। कनकधारा स्त्रोत के पठन और श्रवण दोनों से दरिद्रता दूर होती है और घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।

देवउठनी एकादशी की शाम सोना और केसर एक साथ रखें

देवउठनी एकादशी की शाम को आपको सोना और केसर को एक साथ रखना चाहिए। सोने पर माता लक्ष्मी की विशेष कृपा होती है। साथ ही केसर वाली खीर का भोग विष्णु जी को लगाया जाता है। देवउठनी एकादशी की शाम सोना और केसर एक साथ रखकर माता लक्ष्मी और विष्णु जी के नामों का जाप करते हुए उनसे सुख-समृद्धि प्राप्ति के लिए प्रार्थना करें।

देवउठनी एकादशी की शाम घर में स्थापित करें कनकधारा यंत्र

देवउठनी एकादशी का दिन किसी भी मांगलिक कार्य को करने के लिए शुभ माना जाता है। आप अगर भगवान विष्णु के साथ लक्ष्मी जी की विशेष कृपा पाना चाहते हैं, तो देवउठनी एकादशी की शाम कनकधारा यंत्र स्थापित करना चाहिए। इससे आपको लक्ष्मी जी प्रसन्न होती है।

माता लक्ष्मी को शुद्ध जल में कमल का फूल डालकर चढ़ाएं

पौराणिक मान्यता है कि जल में तथा तेल में लक्ष्मी का वास होता है इसलिए धन प्राप्ति के लिए जल और तेल दोनों को व्यर्थ नहीं करना चाहिए। इससे जीवन में नकारात्मक ऊर्जा का वास होता है। देवउठनी एकादशी पर माता लक्ष्मी के लिए शुद्ध जल में कमल का फूल और दीया रखकर विष्णु जी के साथ उनकी स्तुति करें। इस उपाय से आपको धन लाभ होगा।

देवउठनी एकादशी की शाम जलाएं 6 दीपक

देवउठनी एकादशी की शाम आपको 6 दीपक जलाने चाहिए। अंक ज्योतिष के अनुसार मूलांक 6 लक्ष्मी जी का प्रिय मूलांक माना जाता है क्योंकि मूलांक 6 के स्वामी शुक्र ग्रह हैं, जो प्रेम, धन, सौंदर्य, और वैभव के कारक हैं। शुक्र ग्रह का संबंध लक्ष्मी माता से भी माना जाता है इसलिए देवउठनी एकादशी पर माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए 6 दीपक जलाएं।