भगवान राम और माता सीता के विवाह की रस्में आज से शुरू, देखें गणेश पूजा से लेकर विदाई तक के कार्यक्रम

हर साल मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को विवाह पंचमी का पर्व मनाया जाता है। इस दिन मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम और माता सीता का विवाह हुआ था। राम की नगरी अयोध्या में इस बार बड़े धूमधाम से श्रीराम-जानकी विवाह का उत्सव मनाया जाएगा और इसको लेकर सभी काफी उत्साहित भी नजर आ रहे हैं। भगवान राम और माता जानकी के विवाह की रस्में आज से शुरू हो गई हैं और इस उपलक्ष्य में राम कथा और राम लीला भी शुरू हो गई है। साथ ही 500 श्रद्धालुओं के साथ राम बारात जनकपुर नेपाल पहुंचने वाली है। आइए जानते हैं राम-जानकी विवाह के दौरान कब कौन से कार्यक्रम होंगे।

आज से राम विवाह का भव्य आयोजन शुरू

रामजन्म भूमि पर भव्य-दिव्य मंदिर निर्माण की तैयारियों के साथ आस्था का यह रंग कुछ अधिक चमक रहा है। अवध एवं मिथिला की संस्कृति के अनुरूप अयोध्या के विभिन्न मंदिरों में विवाह की रस्में चल रही हैं। श्रीराम विवाहोत्सव की आस्था का सूर्य पूरी भव्यता के साथ रामनगरी के क्षितिज पर चमक रहा है। 6 दिसंबर को विवाह पंचमी के उत्सव की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। अयोध्या के प्रमुख मंदिरों में होने वाले राम विवाह के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ मंदिरों में पहुंचने लगी है। विहिप के संयोजन मे 500 श्रद्धालुओं की रामबारात जनकपुर नेपाल पहुंचने वाली है। साथ ही आज से विवाह पूर्व कार्यक्रम शुरू हो जाएंगे और 6 दिसंबर को राम विवाह का भव्य आयोजन होगा। दूसरी ओर राजा राम के विवाह खुशियों में पूरी अयोध्या मगन है।

श्रीराम-जानकी विवाह के कार्यक्रम लिस्ट

श्रीराम-जानकी विवाह के कार्यक्रम लिस्ट

अयोध्या के जानकी महल ट्रस्ट ने भी राम विवाह के आयोजन की वृहद तैयारी की है। यहां सीताराम विवाह महोत्‍सव के कार्यक्रम 3 से 7 दिसंबर तक चलेंगे। 3 दिसंबर को रामार्चा महायज्ञ रामलीला गणेश पूजा के कार्यक्रम होंगे। 4 दिसंबर यानी आज फुलवारी लीला वैवाहिक गीत व रामलीला का मंचन होगा। 5 दिसंबर को को हल्दी तिलक व मेंहदी। 6 दिसंबर को न्‍यौछावरी नेग मुकलावा नेग घुड़चढी के साथ बारात का प्रस्थान और विवाह के कार्यक्रम संपन्न होंगे। 7 दिसंबर को छप्पन भोग दर्शन व कुंवर कलेवा की रस्में अदा की जाएंगी और 8 दिसंबर को माता सीता की विदाई होगी।

प्रमुख मंदिरों में होते हैं भव्‍य आयोजन

प्रमुख मंदिरों में होते हैं भव्‍य आयोजन

अयोध्‍या के विहुअती भवन, दशरथ महल, जानकी घाट, रामजानकी मंदिर, लक्ष्‍मण किला मंदिरों में भी रामविवाह के भव्य आयोजन किए जाते हैं। इस दौरान अयोध्या में रामविवाह की धूम है। देश के कोने-कोने से श्रद्धालुओं की भीड़ अयोध्‍या में राम विवाह के उत्सव का आनंद लेने के लिए अयोध्या पहुंच चुकी है। इसके अलावा कनकभवन, रंगमहल, मणिरामदास जी की छावनी, रामवल्लभाकुंज, अमावा राम मंदिर, हनुमानबाग, रामहर्षणकुंज, सियारामकिला, रसमोदकुंज आदि इसी कोटि के मंदिर हैं।