वास्तु दोष निवारण यंत्र का महत्व
आपके घर में अगर नकारात्मक ऊर्जा के कारण कोई न कोई अनहोनी घटना हो रही है, तो आपको घर में वास्तु दोष निवारण यंत्र का प्रयोग करना चाहिए। वास्तु दोषों को दूर करने और भवन में ऊर्जा प्रवाह को सही कर किया जाता है। वास्तु दोष निवारण यंत्र को घर की पूर्व दिशा में लगाना चाहिए। वास्त दोष निवारण यंत्र जहां भी रखें, वहां पर फूल- पौधे भी जरूर रख दें, इससे सकारात्मक ऊर्जा में वृद्धि होती है।
श्री यंत्र का महत्व
श्री यंत्र सबसे शक्तिशाली यंत्रों में से एक है। यह धन, समृद्धि और आध्यात्मिक विकास से जुड़ा है। इससे लाभ के साथ वित्तीय स्थिरता भी बढ़ती है। सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित बिना वास्तु रचनात्मक परिवर्तन को है। सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है और वास्तु दोषों के कारण होने वाले नकारात्मक प्रभावों को कम करता है। इसे उस स्थान पर रखा जाता है जहां वास्तु दोष पाया जाता है।
कुबेर यंत्र का महत्व
कुबेर यंत्र धन के देवता भगवान कुबेर को समर्पित है। कुबेर यंत्र धन और समृद्धि को आकर्षित करता है, वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करता है और धन संचय और प्रबंधन में मदद करता है। कुबेर यंत्र को पैसों की अलमारी या तिजोरी के पास रखना चाहिए, इससे जीवन में धन की कमी नहीं होती। साथ ही बिजनेस और नौकरी में लाभ मिलता है।
लक्ष्मी यंत्र का महत्व
लक्ष्मी यंत्र का धन की देवी लक्ष्मी को समर्पित होता है। लक्ष्मी यंत्र लाभ घन और समृद्धि को आकर्षित करता है। इसके अलावा लक्ष्मी यंत्र वित्तीय स्थिरता को बढ़ाता है और घर में शांति और समृद्धि भी लाता है। लक्ष्मी यंत्र को उन लोगों को घर में जरूर रखना चाहिए, जिनके हाथ में कभी पैसा नहीं टिकता। इसे घर के उत्तरी कोने में रखा जाता है।
सिद्धनीसा यंत्र का महत्व
सिद्धनीसा यंत्र उद्देश्य यह एक प्रकार का दुकान का रक्षा कवच है। यह यंत्र व्यापारियों को जरूर रखना चाहिए। सिद्धनीसा यंत्र किसी की नजर-टोक या फिर किसी भी प्रकार की नकारात्मक शक्ति को घर के भीतर प्रवेश नहीं करने देती। इस यंत्र को दुकान की चौखट के ऊपर लगानी चाहिए। इससे बिजनेस में तरक्की मिलती है।