श्याम नज़रें देख लो,
अब खोल के,
चरणों में रखा कलेजा,
खोल के,
श्याम नजरे देख लो,
अब खोल के ॥दिल दिया छोटा सा,
तुमने साँवरे,
उससे ज्यादा सह चुका हूँ,
घाव रे,
हर कोई चल देता,
इसको तोड़ के,
चरणों में रखा कलेजा,
खोल के,
श्याम नजरे देख लो,
अब खोल के ॥
अब खोल के,
चरणों में रखा कलेजा,
खोल के,
श्याम नजरे देख लो,
अब खोल के ॥दिल दिया छोटा सा,
तुमने साँवरे,
उससे ज्यादा सह चुका हूँ,
घाव रे,
हर कोई चल देता,
इसको तोड़ के,
चरणों में रखा कलेजा,
खोल के,
श्याम नजरे देख लो,
अब खोल के ॥
दर्द बहता अखियों के,
जरिये मेरा,
ये खजाना कीमती,
सबसे मेरा,
मोल इसका लग सके,
ना तोल के,
चरणों में रखा कलेजा,
खोल के,
श्याम नजरे देख लो,
अब खोल के ॥
पिघलो भगवन तुम,
दया दृष्टि करो,
अब ‘कमल’ के श्याम,
तुम दुखड़े हरो,
बैठो ना मुंह को प्रभुजी,
मोड़ के,
चरणों में रखा कलेजा,
खोल के,
श्याम नजरे देख लो,
अब खोल के ॥
श्याम नज़रें देख लो,
अब खोल के,
चरणों में रखा कलेजा,
खोल के,
श्याम नजरे देख लो,
अब खोल के ॥