हर साल बढ़ रहा है झारखंड के इस शिवलिंग का आकार, भक्तों की होती हैं मनोकामना पूरी

भगवान शिव का प्रिय मास सावन चल रहा है और चारों तरह बम बम भोले की गूंज सुनाई दे रही है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सावन मास में शिवलिंग पर मात्र बेलपत्र और जल अर्पित करने से ही सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। सावन मास में हम आपको एक ऐसे शिवलिंग के बारे में बताने जा रहे हैं, जो सावन मास में हर इंच बढ़ जाता है। यह मंदिर झारखंड के साहेबगंज जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और इस मंदिर को संकरीगली का बाबा अजगैबीनाथ महादेव के नाम से जाना जाता है।

हर साल बढ़ता है शिवलिंग
झारखंड के सकरी गली के भोलेनाथ मंदिर की खासियत यह है कि हर साल सावन मास में मंदिर में स्थापित शिवलिंग एक इंच बढ़ जाता है। यहां हर साल हजारों शिव भक्त बंगाल, बिहार व झारखंड के अन्य जिले से पहुंचते हैं और शिवलिंग पर जलाभिषेक करते हैं। इस मंदिर में भोलेनाथ के जलाभिषेक करने से श्रद्धालुओं की सभी मनोकामनाएं भी पूरी हो जाती हैं।

10 दिन की खुदाई के बाद निकला शिवलिंग
अजगैबीनाथ महादेव मंदिर के प्रमुख पुजारी शशी शेखर पांडेय ने बताया की उनके परदादा के जमीन पर ही यह अजगैबीनाथ महादेव का मंदिर स्थित है। वर्षों पहले परदादा के पास एक साधु आए और उन्होंने कहा जिस जगह पर तुम निवास कर रहे हो, यह तो भोलेनाथ की जगह है। इस जमीन के नीचे महादेव विराजमान हैं। अगर विश्वान नहीं है तो इस जमीन को खुदवा कर देखो। साधु की बात पूरे गांव में फैल गई। इसके बाद जमीन खुदवाने का इंतजाम किया तो लगभग 10 दिनों की खुदाई के बाद जमीन के अंदर से एक शिवलिंग निकला।

हर साल बढ़ रहा है शिवलिंग का आकार
पुजारी ने बताया कि जब खुदाई से शिवलिंग निकला था तब वह बहुत छोटा था। इसके बाद गांववालों ने शिवलिंग की स्थापना की और पूजा पाठ शुरू कर दिया। शिवलिंग की पूजा प्रारंभ हुई और लोग महादेव को जलार्पण करने लगे तो शिवलिंग की आकार हर साल बढ़ने लगा। इस चमत्कार को देखकर हर कोई आश्चर्य चकित हो गया। तब से लेकर आज तक शिवलिंग के आकर बढ़ रहा है। यहां सावन महीने के अलावा भी सालभर भोलेनाथ का पूजन करने श्रधालु पहुंचते रहते हैं।

रिपोर्ट: निर्भय कुमार ओझा