आरती श्री कृष्‍ण जी महाराज की: छोटी-छोटी गैया

छोटी-छोटी गैया, छोटे-छोटे ग्वाल ।
छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥

आगे- आगे गैया पीछे- पीछे ग्वाल।
बीच में मेरो मदन गोपाल॥

कारी- कारी गैया, गोरे- गोरे ग्वाल।
श्याम वरण मेरो मदन गोपाल॥

घास खाए गैया, दूध पीवे ग्वाल।
माखन खावे मेरो मदन गोपाल॥

छोटी-छोटी लकुटी, छोले-छोटे हाथ।
बंसी बजावे मेरो मदन गोपाल॥

छोटी- छोटी सखियां, मधुबन बाग़।
रास राचावे मेरो मदन गोपाल॥