कृष्ण को मथुरा से जयपुर ले गए ये राजा, बनाया परिवार का देवता

भगवान कृष्ण के भक्त मथुरा,वृंदावन और द्वारका के साथ ही सबसे बड़ी संख्या में गोविंद देवजी के मंदिर में पहुंचते हैं। इस मंदिर में स्थित गोविंद देवजी की मूर्ति को भगवान कृष्ण की सबसे सुंदर और आकर्षक प्रतिमा माना जाता है। यह मंदिर सुबह 5 बजे आरती और मधुर भजनों के साथ भक्तों के लिए खुलता है। इस मंदिर में हर दिन 7 बार भगवान की आरती होती है और भजन गाए जाते हैं।

जयपुर परकोटा

जयपुर शहर के परकोटा इलाके में शहर के राजमहल सिटी पैलेस परिसर में गोविंद देवजी का मंदिर स्थित है। गोविंद देवजी जयपुर के आराध्य देव कहे जाते हैं। गोविंद देवजी राज परिवार के भी दीवान अर्थात् मुखिया स्वरूप हैं।

रमणीय स्थल
गोविंद देवजी का मंदिर चंद्रमहल बगीचे से लेकर उत्तर में तालकटोरे तक विशाल परिसर में फैला हुआ है। इस मंदिर में अनेक देवी-देवताओं के भी मंदिर हैं। साथ ही यहां हाल ही में निर्मित सभा भवन को ‘गिनीज बुक’ में भी स्थान मिला है।

मंदिर की संरचना
यह सबसे कम खंभों पर टिका सबसे बड़ा सभागार है। बड़ी चौपड़ से हवामहल मार्ग से सिरहड्योढ़ी दरवाज़े के अंदर स्थित जलेब चौक के उत्तरी दरवाज़े से गोविंद देवजी मंदिर परिसर में प्रवेश किया जाता है। इस दरवाज़े से एक रास्ता कंवर नगर की तरफ जाता है। रास्ते के दांई ओर गौड़ीय संप्रदाय के संत चैतन्य महाप्रभु का मंदिर है। बाईं ओर हनुमान, राम दरबार, शिवालय व माता के मंदिर के साथ एक मस्जिद भी है। बायें हाथ की तरफ गोविंद देवजी मंदिर में प्रवेश करने के लिए विशाल दरवाज़ा है। यहां से विशाल त्रिपोल द्वार से मंदिर के मुख्य परिसर में जाने का रास्ता है।

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यहां का प्रसाद
मंदिर परिसर की शुरुआत में मंदिर कार्यालय है। इसके साथ लगे कक्ष में गोविंद देवजी का प्रसिद्ध ‘मोदक’ प्रसाद की सशुल्क व्यवस्था है। गोविंद देवजी को बाहरी वस्तुओं का भोग नहीं लगाया जाता, केवल मंदिर में बने मोदकों का ही भोग लगता है। मंदिर में गौड़ीय संप्रदाय की पीढ़ियों द्वारा ही सेवा-पूजा की परंपरा रही है। मंदिर के प्रसाद का स्वाद आपको कहीं और बने मोदकों में नहीं मिलेगा। कहा जाता है कि इन मोदकों को बनाने के लिए मंदिर परिसर में स्थित कुएं के जल का ही उपयोग होता है।

कुएं का मीठा जल और मंदिर की छटा
आरती के बाद आप मंदिर परिसर में आराम कर सकते हैं। यहां खाने-पीने के स्थानीय खाद्य पदार्थ उपलब्ध रहते हैं। मंदिर के ठीक बराबर में स्थित कुएं के मीठे जल का सेवन करना न भूलें। इसे पीते ही आपकी पूरी थकान उतर जाएगी।

राजस्थान का प्रसिद्ध धार्मिक स्थल
गोविंद देवजी का मंदिर जयपुर, राजस्थान का प्रसिद्ध हिन्दू धार्मिक स्थल है। भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित यह मंदिर जयपुर का सबसे प्रसिद्ध बिना शिखरवाला मंदिर है। यह चन्द्र महल के पूर्व में बने जननिवास बगीचे के मध्य अहाते में स्थित है। संरक्षक देवता गोविंदजी की मूर्ति पहले वृंदावन के मंदिर में स्थापित थी, जिसको जयपुर के महाराज सवाई जयसिंह द्वितीय ने अपने परिवार के देवता के रूप में यहां पुनः स्थापित किया था।