केदारनाथ का एग्ज़िट प्लान

पूनम पाण्डे, नई दिल्ली

उत्तराखंड के केदारनाथ धाम में पिछले साल आई भयानक आपदा को देखते हुए अब प्रशासन बचाव के नए तरीके की प्लानिंग कर रहा है। पहली बार एग्ज़िट रूट प्लान पर काम करना शुरू किया गया है। अब तक इस दिशा में नहीं सोचा गया था। प्रशासन की कोशिश है कि अगर भविष्य में ऐसे हादसे होने पर ज्यादा से ज्यादा तीर्थ यात्रियों को बचाया जा सके। अतिसंवेदनशील जगह पर होने की वजह से यहां प्राकृतिक खतरों की आशंका बनी रहती है। एग्ज़िट प्लान पर यात्रा का नया रूट तैयार करने के दौरान ही बेसिक काम शुरू कर दिया गया है। हालांकि इसे पूरा होने में वक्त लगेगा।

उत्तराखंड सरकार के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि इस बार यात्रा के नए रूट के साथ केदारनाथ में एग्ज़िट रूट की भी प्लानिंग की जा रही है। ऐसी जगहों की पहचान की जा रही है जो आपदा की स्थिति में एग्ज़िट रूट हो सकता है। ऐसी जगहों पर मार्किंग की जा रही है। सूत्रों का कहना है कि पिछले साल केदारनाथ में आई आपदा में ज्यादातर मौतें रास्तों में तीर्थयात्रियों के भटकने से हुई थीं। भारी बरसात, बारिश और भूस्खलन होने पर यात्रियों को समझ नहीं आया कि कैसे सुरक्षित जगह पर पहुंचा जाए। कई तीर्थ यात्री ऐसे भी थे जो डर की वजह से जंगलों की ओर चले गए थे, लेकिन वहां से सुरक्षित नहीं निकल पाए।

एग्ज़िट रूट की पहचान सूत्रों का कहना है कि केदारनाथ और उसके आस-पास दर्जन भर से ज्यादा एग्ज़िट रूट की पहचान की गई है। इन पर होर्डिंग्स लगाने की भी योजना है। ये भी बताया जाएगा कि कौन से एग्ज़िट रूट से किस इलाके में पहुंचा जा सकता है। एग्ज़िट रूट तैयार करने के लिए बुजुर्ग स्थानीय लोगों की मदद ली जाएगी। ताकि उनके अनुभवों को देखते हुए सुरक्षित मार्ग तैयार किए जा सकें।