गढ़वाल हिमालय में 3581 मीटर की ऊंचाई पर रुद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ मंदिर के कपाट परंपरागत पूजा-अर्चना के बाद प्रशासनिक और धार्मिक अधिकारियों की मौजूदगी में मंदिर के मुख्य पुजारी द्वारा सुबह सात बजे श्रद्धालुओं के लिए खोले गए। इससे पहले, भगवान केदारनाथ की डोली कल शाम उनकी सांयकालीन गद्दी उखीमठ से केदारनाथ धाम पहुंची।
केदारनाथ पुरी में अभी भी बर्फ जमी है, जिससे कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। चारधाम के रूप में विख्यात दो अन्य धाम गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट कल अक्षय तृतीया के अवसर पर खोले गए थे, जबकि बद्रीनाथ धाम के कपाट 16 मई को खोले जाएंगे।सर्दियों में उच्च हिमालयी क्षेत्रों के भारी बर्फबारी की चपेट में रहने के कारण चारों धामों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं, जो करीब छह माह के बाद अपैल-मई में दोबारा श्रद्धालुओं के लिये खोल दिए जाते हैं। मई से नवंबर तक की छह माह की यात्रा में देश-विदेश के लाखों श्रद्धालु और पर्यटक इन चारधामों के दर्शन के लिए आते हैं और पहाड़ी प्रदेश उत्तराखंड की आर्थिकी की इसे रीढ़ माना जाता है।