दक्षिण-पश्चिम दिशा में हरे पौधे न रखें: आपके घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा का कोना पृथ्वी तत्व का क्षेत्र है और यह रिश्तों तथा विवाह संबंधी इच्छाओं से जुड़ा हुआ है। हरे पौधे काष्ठ तत्व के प्रतीक हैं। काष्ठ पृथ्वी को नष्ट कर देता है। इस दिशा में हरे पौधे का होना, इस क्षेत्र की पृथ्वी ऊर्जा के लिए हानिकारक है। वैवाहिक संभावनाएं भी इससे क्षीण हो जाएंगी।
सौभाग्य का प्रतीक ड्रैगन: ड्रैगन, उत्तम यांग ऊर्जा का प्रतीक है। इसका संबंध पूर्व दिशा से है। इस दिशा का तत्त्व काष्ठ है, इसलिए लकड़ी की नक्काशी वाला ड्रैगन अच्छा रहता है। मिट्टी व स्फटिक से बना हुआ ड्रैगन भी रख सकते हैं, परन्तु धातु का कभी मत रखिए, क्योंकि पूर्व दिशा में धातु काष्ठ को नष्ट कर देती है। ड्रैगन यांग ऊर्जा का प्रतीक होने के कारण रेस्ट्रॉन्ट, दुकानें, जहां पर ऊर्जा की अधिक आवश्यकता होती है। लोगों का आना जाना अधिक रहता है। वहां पर भी पूर्व दिशा में चित्र रखना बहुत अच्छा होता है। इसे शयनकक्ष में न लगाएं, क्योंकि वहां यांग ऊर्जा की जरूरत नहीं होती है।
संपन्नता प्रतीक नारंगी का पौधा: नारंगी व नींबू के वृक्ष सौभाग्य व सम्पन्नता के प्रतीक हैं। सुनहरे रंग की नारंगी सोने की प्रतीक है। अपने बगीचे की द. पू. दिशा के कोने में नारंगी का पौधा लगाइए, क्योंकि घर का यह क्षेत्र सम्पत्ति का सूचक है।
सूखे फूल घर में न रखें: पौधे फेंगशुई के उपयोगी स्रोत हैं। ये यांग ऊर्जा का निर्माण करते हैं और घर में सौभाग्य लाते हैं। ताजा फूल घर में सजाए जा सकते हैं, लेकिन अगर ये मुरझाने लगें तो इन्हें फौरन हटा देना चाहिए। ताजा फूल जीवन के प्रतीक हैं और मुरझाए हुए मृत्यु के सूचक हैं। ये यीन ऊर्जा छोड़ते हैं। फूलों को शयनकक्ष में रखने की बजाए ड्रॉइंगरूम में रखना ठीक होगा।
नीले रंग और पानी वाले प्राकृतिक चित्र दक्षिण दिशा में न लगाएं: दक्षिण दिशा का क्षेत्र अग्नि तत्व है, जो प्रसिद्धि से संबंधित है। तत्वों के विनाशकारी चक्र के अनुसार, जल, अग्नि को नष्ट करता है। इसलिए यहां पर पानी वाला चित्र लगाना आपके नाम व साख के लिए हानिकारक है। यदि इस क्षेत्र में नीले रंग की कोई वस्तु रखी हो तो उसे भी तुरंत हटा दें, क्योंकि नीला रंग भी जल तत्व का प्रतीक है।