चारधाम यात्रा शुरू

चारधाम यात्रा आज से शुरू होने जा रही है। यहां की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। पिछले साल की आपदा से सबक लेते हुए प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। खराब मौसम के कारण तैयारियों में भले ही देर हुई हो, लेकिन अब केदारनाथ मंदिर परिसर से बर्फ पूरी तरह हट चुकी है। इसके अलावा गौरीकुंड से केदारनाथ तक का नय़ा पैदल रास्ता भी लगभग तैयार है। प्रशासन की ओर से भूकंप प्रभावित इलाके में पुलिस ब्रिगेड के अलावा बुलडोजर भी तैनात रहेंगे। राहत बल के सदस्यों के साथ आईटीबीपी के जवान भी मौजूद हैं यहां। वॉच टावर के जरिए यहां लगातार नजर रखने का भी इंतजाम किया गया है।

आपदा के भय से सहमे हैं लोग
पिछले साल जिस तरह प्रकृति ने यहां आपना तांडव दिखया, इससे लोग आज भी सहमे हुए हैं। काफी कम लोगों ने इस यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है। यहां तक कि तमाम इंतजाम करने के बावजूद प्रशासन ने बुज़ुर्ग और बच्चों को इस यात्रा में न शामिल होने की सलाह दी है।

बद्रीनाथ में भी खुला हाइवे
पांच मई को खुलने वाले बद्रीनाथ धाम को कर्मचारी सजाने में जुट गए हैं। रिहायशी इलाकों और मंदिर परिसर के आसपास जमी बर्फ हटाने का काम भी पूरा होने वाला है।

श्रद्धालुओं को मुफ्त भोजन
लिंचोली में बड़ा हेलीपैड बनाया गया है, जहां एमआई 17 चॉपर उतर सकते हैं और यहीं बेसकैंप भी होगा। हेलीपैड के पास गढ़वाल मंडल विकास निगम और मंदिर समिति का ऑफिस भी होगा। तीर्थयात्रियों को वहां सुबह से शाम तक मुफ्त भोजन दिया जाएगा। मंदिर परिसर में बिजली और पानी की सुविधा भी है।

चुनाव से यात्रा अप्रभावित
7 मई को उत्तराखंड में लोकसभा की पांच सीटों के लिए मतदान होना है। लेकिन उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना है कि इससे यात्रा में कोई परेशानी नहीं आएगी। वहीं बद्री-केदार मंदिर समिति के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी.डी. सिंह ने कहा कि केदारनाथ मंदिर परिसर से डेढ़ किलोमीटर दूर श्रद्धालुओं के रहने का इंतजाम किया गया है। यहां 500 से 1000 लोग रह सकते हैं।