दिव्य समोर बाबा मंदिर, किंवदंतियों के अनुसार जब स्वयंभू शिवलिंग 400 साल पहले तालाब के किनारे अवतरित हुए थे, उस स्थान पर समोर बाबा मंदिर का निर्माण किया गया था। पानी के तालाब के समीप होने के कारण इसे समोर भी कहा जाता है और भगवान शिव हमेशा अपने भक्तों द्वारा बाबा कहलाते थे, इसलिए भक्त इस मंदिर को समोर बाबा मंदिर के नाम से पुकारते हैं।अब यह दिव्य सामौर बाबा मंदिर का पुनरुद्धार होने वाला है। लगवग 5 करोड़ की लागत के साथ मंदिर को आकर्षक रूप दिया जायेगा और आकर्षक पर्यटन स्थल के रूप में प्रख्यात किया जाएगा। पूरे प्रोजेक्ट का ब्लू प्रिंट तैयार किया गया है जो की बहुत आकर्षक है। 5 करोड की लागत से दिव्य सामौर बाबा मंदिर का सौन्दर्यीकरण का परयोजना किया गया है और जिसका शिलान्यास उत्तरप्रदेश की पर्यटन मंत्री द्वारा किया गया है।
मंदिरों का पुनर उधर एक अत्यंत उत्तम विचार है, यह मंदिरों की कलाकृति और इतिहास संस्कृति को सरंक्षित रखने के साथ साथ एक उत्तम पर्यटन स्थल के रूप में भक्तों को आकर्षित करता है। अब दिव्य सामौर बाबा मंदिर भी आकर्षक पर्यटन स्थल में परवर्तित होने वाला है, जो कि स्वागत योग्य पदक्षेप है।