प्रभु के चरणों से गर सच्चा प्यार किसी को हो जाये,
दो चार सहर की बात ही क्या संसार उसी का हो जाये ॥रावण ने राम से बैर किया उसे अब भी जलाया जाता है,
बन भक्त विभीषण शरण गए घर बार उसी का हो जाए,
प्रभु के चरणों से गर सच्चा प्यार किसी को हो जाये ॥
दो चार सहर की बात ही क्या संसार उसी का हो जाये ॥रावण ने राम से बैर किया उसे अब भी जलाया जाता है,
बन भक्त विभीषण शरण गए घर बार उसी का हो जाए,
प्रभु के चरणों से गर सच्चा प्यार किसी को हो जाये ॥
गणिका ने कौन से वेद पढे कुब्जा क्या रूप की रानी थी,
जिसमे छल कपट का लेश नहीं घनश्याम उसी का हो जाए,
प्रभु के चरणों से गर सच्चा प्यार किसी को हो जाये ॥
BhaktiBharat Lyrics
माया के पुजारी सुन लो तुम उस प्रेम दीवानी मीरा से,
गर प्रेम हो मीरा सा मन में मोहन तेरा भी हो जाए,
प्रभु के चरणों से गर सच्चा प्यार किसी को हो जाये ॥