बदरी केदार में उमड़े तीर्थयात्री

गोपेश्वर
बदरीनाथ में पचास हजार से अधिक तीर्थयात्री दर्शन कर चुके हैं। केदारनाथ में तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ती जा रही है। केदारनाथ की तरह ही गंगोत्री और यमुनोत्री में दर्शन के लिए आने वाले तीर्थयात्री बढ़ रहे हैं। श्री बदरीनाथ मन्दिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी बी. डी. सिंह ने बताया कि बदरीनाथ में 53 हजार से अधिक तीर्थयात्री दर्शन कर चुके हैं और केदारनाथ में 12 हजार से ज्यादा तीर्थयात्री जा चुके है।

सड़क के हालात सुधरे

केदारनाथ तक पैदल रास्ता और सोनप्रयाग तक मोटर सड़क पहले से बेहतर हो चुकी है। हरिद्वार से आठ घंटे से भी कम का सफर कर तीर्थयात्री सोनप्रयाग पहुंच रहे हैं। केदारनाथ की तरह ही यमुनोत्री धाम में भी पैदल रास्ते में सभी सुविधाये उपलब्ध है। जानकी चट्टी तक मोटर सड़क खुली हुई है, केदारनाथ की तरह ही देहरादून से जानकी चट्टी पहुचने में आठ घंटे ही लग रहे है। पैदल रास्ते में भीड़-भाड़ नही होने से तीर्थयात्री कम समय में ही सीधे यमुनोत्री मन्दिर पहुंच रहे हैं। गंगोत्री और बदरीनाथ को जोड़ने वाली मोटर सड़क भी इन दिनों ठीक बनी हुई है। गंगोत्री मन्दिर समिति के अध्यक्ष भागेश्वर प्रसाद सेमवाल कहते हैं कि उत्तरकाशी से गंग्रोत्री तक मोटर सड़क पहले से बेहतर बनी हुई है। पहले जहां उत्तरकाशी से ग्रंगोत्री तक वाहन से आने में छह घंटे लगते थे वहीं अब चार घंटे से भी कम समय गंग्रोत्री पहुंच रहे है।

हेलिकॉप्टर सेवा फिट

केदारनाथ में हेलिकाप्टर सेवा चल रही है। चार हेलिकॉप्टर कंपनियां गुप्तकाशी और सोनप्रयाग के बीच से तीर्थयात्रियों को केदारनाथ पहुंचा रही है। इनका किराया सरकार ने तय किया है। केदारनाथ जाने का एक तरफा किराया चार हजार है तथा वापसी का एक तरफा किराया 3500 रुपये है। दोनों तरफ की जर्नी का 7200 रुपये का पैकेज है। काफी तीर्थयात्री हेलिकॉप्टर से ही केदारनाथ पहुंच रहे हैं।

केदारनाथ में राज्य सरकार की तरफ से तीर्थयात्रियों के लिए निशुल्क भोजन और आवास की व्यवस्था है। भीड़ कम होने से तीर्थयात्रियों को भगवान शिव के दर्शन के लिए खूब समय मिल रहा है। केदारनाथपुरी में जीम बर्फ पिघल चुकी है इस लिए सर्दी पहले से कम हो चुकी है।