❀ चैत्र पूर्णिमा की हनुमान जयंती उत्तर भारतीय राज्यों में सबसे लोकप्रिय है।
❀ आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में, हनुमान जयंती 41 दिनों तक मनाई जाती है, जो चैत्र पूर्णिमा से शुरू होती है और वैशाख के महीने में कृष्ण पक्ष के दौरान दसवें दिन समाप्त होती है।
❀ आंध्र प्रदेश में, भक्त चैत्र पूर्णिमा पर 41 दिनों तक दीक्षा शुरू करते हैं और हनुमान जयंती के दिन इसे समाप्त करते हैं।
❀ तमिलनाडु में, हनुमान जयंती को हनुमथ जयंती के रूप में जाना जाता है और मार्गशीर्ष अमावस्या के दौरान मनाया जाता है। तमिल हनुमान जयंती ग्रेगोरियन कैलेंडर में जनवरी या दिसंबर के महीने में आती है।
❀ कर्नाटक में हनुमान जयंती मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी को मनाई जाती है। इस शुभ दिन को हनुमान व्रतम के नाम से जाना जाता है।
मान्यता है कि सूर्योदय के समय हनुमान जी का जन्म हुआ था। हनुमान जयंती के दिन सुबह ब्रह्ममुहूर्त में मंदिरों में आध्यात्मिक प्रवचनों का आयोजन किया जाता है और ये आयोजन सूर्योदय के साथ समाप्त होते हैं। भगवान राम और माता सीता के प्रबल भक्त हनुमान को अंजनेय के नाम से भी जाना जाता है।
हनुमान आरती:
❀ हनुमान आरती
❀ बालाजी आरती
❀ श्री राम स्तुति: श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन
❀ त्रिमूर्तिधाम: श्री हनुमान जी की आरती
मंत्र / नामावली:
❀ संकट मोचन हनुमानाष्टक
❀ श्रीहनुमत् पञ्चरत्नम्
❀ श्री हनुमान स्तवन – श्रीहनुमन्नमस्कारः
❀ श्री हनुमान अष्टोत्तर-शतनाम-नामावली
❀ हनुमान द्वादश नाम स्तोत्रम
हनुमान भजन:
❀ हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन
❀ बजरंग बाण
❀ राम ना मिलेगे हनुमान के बिना
❀ वीर हनुमाना अति बलवाना
❀ छम छम नाचे देखो वीर हनुमाना
❀ बालाजी मने राम मिलन की आस
❀ संकट के साथी को हनुमान कहते हैं
❀ हनुमान भजन
हनुमान कथा:
❀ श्री हनुमान! मंगलवार व्रत कथा
❀ सुन्दरकाण्ड पाठ
❀ श्री हनुमान गाथा
हनुमान मंदिर:
❀ दिल्ली के प्रसिद्ध हनुमान बालाजी मंदिर
❀ हनुमान बरी, नगला खुशहाली
❀ श्री मकरध्वज हनुमान मंदिर, बेट द्वारिका
❀ डुल्या मारुति मंदिर, पुणे
❀ 108 फुट संकट मोचन धाम, दिल्ली
❀ बड़ा हनुमान मंदिर, ब्रिजघाट गढ़मुक्तेश्वर
❀ श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर, जयपुर
❀ श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर, जयपुर
❀ दर्शन मुखी श्री हनुमान मंदिर, शेरगढ़ किला धौलपुर
❀ पनकी हनुमान मंदिर, कानपुर
❀ रामचंडी हनुमान मंदिर, पुरी
भोग, प्रसाद बनाने की विधि:
❀ चूरमा के लड्डू
❀ साबूदाने की खीर