राम के नाम का झंडा लहरा है ये लहरे गा
ये त्रेता में फहरा है कलयुग में भी फहरे गा ।हिन्दुस्तान की धरती क्यों नही जय श्री राम कहेगी
राम नाम नही मिटने वाला जब तक धरती रहेगी,
इतहास गवाह रहा है ठेहरा है न ठेहरे गा,
येह त्रेता में फेहरा है कलयुग में भी फेहरे गा ।
ये त्रेता में फहरा है कलयुग में भी फहरे गा ।हिन्दुस्तान की धरती क्यों नही जय श्री राम कहेगी
राम नाम नही मिटने वाला जब तक धरती रहेगी,
इतहास गवाह रहा है ठेहरा है न ठेहरे गा,
येह त्रेता में फेहरा है कलयुग में भी फेहरे गा ।
बोल रही है गंगा बोल रहा है पर्वत सारा
हर हिन्दू के सीने में है राम नाम का आदर,
कहे विनय पवन अब सेवक हर घर से बेहरे गा,
येह त्रेता में फेहरा है कलयुग में भी फेहरे गा ।