श्रावण मास का महत्व
भारत के सभी शिवालयों में श्रावण सोमवार पर हर-हर महादेव और बोल बम बोल की गूँज सुनाई देती है। श्रावण मास में शिव-पार्वती का पूजन बहुत फलदायी होता है। इसलिए सावन मास का बहुत महत्व है। हिन्दू धर्म की पौराणिक मान्यता के अनुसार सावन महीने को देवों के देव महादेव भगवान शंकर का महीना माना जाता है। कहा जाता है कि इस महीने में भगवान भोलेनाथ की कृपा से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। इस श्रावण मास में रामचरित मानस एवं राम नाम संकिर्तन का विशेष महत्व है, पौराणिक मान्यताओं के अनुसार श्रावण के महीने में माता पार्वती ने तपस्या करके भोलेनाथ को प्रसन्न किया था और उन्हें पति रूप में प्राप्त किया था।
श्रावण मास का उत्सव
श्रावण मास का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। सावन के सोमवार, मंगला गौरी पूजा, निडरी नवमी, कामिका एकादशी, हरियाली अमावस, श्रावणी तीज, नाग पंचमी, रक्षाबंधन आदि पर्व केवल श्रावण मास में मनाएं जाते है।
2024 श्रावण दो माह तक रहेगा
इस वर्ष श्रावण का महीना 22 जुलाई 2024 से शुरू होगा और 19 अगस्त 2024 को समाप्त होगा।
श्रावण मास 2024 व्रत, पर्व, जयंती और उत्सव
22 जुलाई 2024, सोमवार – इष्टि
24 जुलाई 2024, बुधवार – गजानन संकष्टी चतुर्थी, जयापार्वती व्रत समाप्त
31 जुलाई 2024, बुधवार – कामिका एकादशी
01 अगस्त 2024, बृहस्पतिवार – प्रदोष व्रत
04 अगस्त 2024, रविवार – दर्श अमावस्या, अन्वाधान, श्रावण अमावस्या
05 अगस्त 2024, सोमवार – इष्टि, चन्द्र दर्शन
07 अगस्त 2024, बुधवार – हरियाली तीज
09 अगस्त 2024, शुक्रवार – नाग पञ्चमी
10 अगस्त 2024, शनिवार – कल्की जयन्ती
11 अगस्त 2024, रविवार – भानु सप्तमी
16 अगस्त 2024, शुक्रवार – वरलक्ष्मी व्रत, सिंह संक्रान्ति, श्रावण पुत्रदा एकादशी
17 अगस्त 2024, शनिवार – प्रदोष व्रत
19 अगस्त 2024, सोमवार – रक्षा बन्धन, राखी, गायत्री जयन्ती, श्रावण पूर्णिमा, अन्वाधान