स्‍वामी विवेकानंद के ये विचार आपको सिखा देंगे जीवन को जीने की कला

आधुनिक भारत के महान चिंतक, महान देशभक्‍त, विचारक, दार्शनिक और युवाओं के प्रेरणास्रोत स्‍वामी विवेकानंद की जयंती रविवार यानी 27 जनवरी को है। विवेकानंद का अनुसरण करने वाली देश की कुछ वैदिक संस्‍थाओं के अनुसार, स्‍वामी विवेकानंद का जन्‍म 12 जनवरी, 1863 को हुआ था, उस दिन तिथि माघ मास के कृष्‍ण पक्ष की सप्‍तमी तिथि थी। ये संस्‍थाएं इसी तिथि के अनुसार, इनकी जयंती मनाती हैं। इस साल यह तिथि 27 जनवरी को पड़ रही है। इसलिए देश की वैदिक संस्‍थाएं उनकी जयंती 27 जनवरी, रविवार को मना रही हैं। आइए इस अवसर पर जानते हैं स्‍वामी विवेकानंद के 10 अनमोल विचार जो आपको जीवन दर्शन का लाभ दे सकते हैं।

ऐसा पैसा किसी काम का नहीं
अगर पैसा मनुष्यों की अच्छे काम करने में मदद करता है तो पैसा महत्वपूर्ण है, पर अगर वह दूसरों की मदद नहीं करता तो फिर यह पैसा किसी काम का नहीं सिवाय एक बुराई के। इसलिए इससे जितनी जल्दी पीछा छूटे, उतना ही अच्छा।

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सच्‍चाई के लिए ऐसा करना है जरूरी
सच्चाई के लिए कुछ भी छोड़ देना चाहिए, पर किसी के लिए भी सच्चाई नहीं छोड़ना चाहिए।

एक समय में एक काम
यदि आप एक समय में ए‍क ही काम करेंगे तो आपको सफलता प्राप्‍त होगी। एक समय में एक काम करो और ऐसा करते समय अपनी पूरी आत्मा उसमें डाल दो और बाकी सब कुछ भूल जाओ।

न्‍याय का मार्ग ही सन्‍मार्ग
लोग तुम्हारी स्तुति करें या निन्दा, लक्ष्य तुम्हारे ऊपर कृपालु हो या न हो, तुम्हारा देहांत आज हो या युग में, तुम न्यायपथ से कभी भ्रष्ट न हो।

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ऐसे प्राप्‍त करें लक्ष्‍य
उठो और जागो और तब तक रुको नहीं जब तक कि तमु अपना लक्ष्य प्राप्त नहीं कर लेते।

जरूरी नहीं जो बुरा दिखे, वह बुरा हो
सबसे पहले यह अच्छे से जान लो कि हर बात के पीछे एक मतलब होता है। इस दुनिया की हर चीज बहुत अच्छी है, पवित्र और सुंदर है। अगर आपको कुछ बुरा दिखाई देता है तो इसका मतलब यह नहीं कि वह बुरा है। इसका मतलब यह है कि आपने उसे सही रोशनी में नहीं देखा।

खुद पर विश्‍वास करना जरूरी
जब तक आप खुद पर विश्वास नहीं करते तब तक आप भागवान पर विश्वास नहीं कर सकते।