रण में आयी देखो काली: भजन (Ran mein aayi dekho Kali)

रण में आयी देखो काली: भजन (Ran mein aayi dekho Kali)

रण में आयी देखो काली, खून से भरने खप्पर खाली, दुष्टो को तू मारने वाली, जय काली काली ॥अष्ट भुजाओं वाला लहंगा, पहन के मैया आई है, काट के दुष्टो का सर मैया, ने माला बनाई है, चंडी रूप बात निराली, सजती है मेरी मैया काली, दुष्टो को तू मारने वाली, जय काली काली ॥ … Read more

इसलिए जानबूझकर देवी सीता सहती रहीं रावण के अत्याचार

इसलिए जानबूझकर देवी सीता सहती रहीं रावण के अत्याचार

तो सीता क्‍यों सहती रहीं अत्‍याचार क्‍या रामायण देखते या पढ़ते समय आपके मन में यह ख्‍याल आया है कभी कि देवी सीता तो स्‍वयं ही जगत जननी का अवतार थीं। रावण का अंत तो वह ही कर सकती थीं। फिर उन्‍होंने ऐसा क्‍यों नहीं किया और क्‍या वजह थी कि जब भी रावण उनसे … Read more

मैया ना भुलाना, हमको: भजन (Maiya Na Bhulana Humko )

मैया ना भुलाना, हमको: भजन (Maiya Na Bhulana Humko )

मैया ना भुलाना, हमको ना भुलाना, मेरे घर में तुम सदा आती रहना, तेरा है परिवार तू संग में रहना, मईया ना भुलाना, हमको ना भुलाना ॥छोटा सा परिवार है मेरा, छोटा सा संसार है, मेरे सिर पे हाथ हो तेरा, बस इतनी दरकार है, इससे ज्यादा मैया, तुमसे क्या कहना, तेरा है परिवार, तू … Read more

चाँदी के पात्र का सही मूल्य क्या? – प्रेरक कहानी (Chandi Ke Patra Ka Sahi Mulya Kya)

पाखंडी को परमात्मा नहीं मिलते - प्रेरक कहानी (Pakhandi Ko Bhagwan Nahi Milate)

बहुत समय पहले की बात है। किसी गाँव में एक बूढ़ा व्यक्ति रहता था। उसके दो बेटे थे। बूढ़ा वस्तुओं के उपयोग के मामले में कंजूस था और उन्हें बचा-बचा कर उपयोग किया करता था।उसके पास एक पुराना चांदी का पात्र था। वह उसकी सबसे मूल्यवान वस्तु थी। उसने उसे संभालकर संदूक में बंद कर … Read more

सुख भोगने वाले संत दे रहे थे वैराग्य का उपदेश फिर क्या हुआ जानें

सुख भोगने वाले संत दे रहे थे वैराग्य का उपदेश फिर क्या हुआ जानें

औरंगाबाद में सोलहवीं शताब्दी में अमृतराय नामक एक संत कवि हुए थे। ‘वैराग्य भाग्या सारखे भाग्य नाहीं’ उनके द्वारा रचित एक पद की लोकप्रिय कड़ी है। एक फकीर को उनका यह पद बड़ा प्रिय था। एक दिन उसके मन में शंका उठी कि क्या इसका रचयिता सचमुच वैरागी होगा? शंका का निराकरण करने के लिए … Read more

माँ की लाल रे चुनरिया, देखो लहर लहर लहराए: भजन (Maa Ki Laal Re Chunariya Dekho Lahar Lahar Lehraye)

माँ की लाल रे चुनरिया, देखो लहर लहर लहराए: भजन (Maa Ki  Laal Re Chunariya Dekho Lahar Lahar Lehraye)

माँ की लाल रे चुनरिया, देखो लहर लहर लहराए, माँ की नाक की नथनिया, दमदम दमदम दमकी जाए, माँ की लाल रे चुनरियाँ, देखो लहर लहर लहराए ॥मंदिर लाल ध्वजाएं न्यारी, देखो फर फर फर फेहराये, लाखो नर नारी दर जाए, माँ की जय जय कार लगाएं, ऊँचे पर्वत पे महारानी, बैठी है आसान को … Read more

प्लेग से आधी हो गई थी लंदन की आबादी, 2 महीने घर बैठे कर दिखाया कमाल

प्लेग से आधी हो गई थी लंदन की आबादी, 2 महीने घर बैठे कर दिखाया कमाल

संकलन: हरिप्रसाद रायबात सन 1665 की है। सूत और कपड़े से लदी नाव में कुछ चूहे लंदन आ गए। इन चूहों ने शहर में प्लेग फैला दिया। लोग तेजी से मरने लगे। देखते-देखते चार लाख वाले लंदन की आबादी आधी हो गई। लोग बीमार व्यक्ति को क्वारंटीन करने में लग गए। संक्रमित व्यक्ति को चालीस … Read more

दुःख की बदली, जब जब मुझ पे छा गई – भजन (Dukh Ki Badli Jab Jab Mujhpe Cha Gayi )

दुःख की बदली, जब जब मुझ पे छा गई - भजन (Dukh Ki Badli Jab Jab Mujhpe Cha Gayi )

दुःख की बदली, जब जब मुझ पे छा गई, सिंह सवारी करके, मैया आ गई, वो आ गई वो आ गई, वो आ गई मेरी माँ, दुख की बदली, जब जब मुझ पे छा गई, सिंह सवारी करके, मैया आ गई ॥जब जब संकट आया है, माँ को सामने पाया है, दुनिया ने रिश्ते तोड़े, … Read more

भिक्षु बोला मुझे जान से मारने वाले का उपकार मानूंगा

भिक्षु बोला मुझे जान से मारने वाले का उपकार मानूंगा

बुद्ध के संघ का विस्तार हो रहा था। उनसे प्रशिक्षित होकर बहुत सारे भिक्षु धर्म प्रचार करने निकल पड़े थे। सूना प्रांत ऐसा कठोर स्थान था कि वहां जाने को कोई भिक्षु तैयार ही न हो। एक दिन उनके शिष्य पूर्ण ने निवेदन किया कि वह धर्म प्रचार के लिए सूना प्रांत जाने की अनुमति … Read more

मेरी मैया ने ओढ़ी लाल चुनरी: भजन (Meri Maiya Ne Odhi Laal Chunari)

मेरी मैया ने ओढ़ी लाल चुनरी: भजन (Meri Maiya Ne Odhi  Laal Chunari)

मेरी मैया ने ओढ़ी लाल चुनरी, हीरो मोती जड़ी गोटेदार चुनरी, हीरो मोती जड़ी गोटेदार चुनरी, कमाल चुनरी, कमाल चुनरी ॥झिलमिल सितारों जड़ी, माँ की चुनरिया, लश्कारा मारे माँ के, माथे की बिंदिया, हीरो मोती जड़ी गोटेदार चुनरी, हीरो मोती जड़ी गोटेदार चुनरी, कमाल चुनरी, कमाल चुनरी ॥ लाल चोला माँ का लाल, फुलों का … Read more