आजा माँ आजा माँ एक बार, मेरे घर आजा माँ: भजन (Aaja Maa Aaja Maa Ek Baar Mere Ghar Aaja Maa )

आजा माँ आजा माँ एक बार, मेरे घर आजा माँ: भजन (Aaja Maa  Aaja Maa Ek Baar Mere Ghar Aaja Maa )

आजा माँ आजा माँ एक बार, मेरे घर आजा माँ, मैंने मन मंदिर में मैया, तेरी ज्योत जगाई, करके शेर सवारी, आजा इक बारी महामाई, आजा मां आजा मां एक बार, मेरे घर आजा माँ ॥मेरे सुने आँगन में माँ, खुशियाँ तू बरसा दे, करुणामई ऐ जगदम्बे माँ, सोया भाग जगा दे, मैंने सारी दुनिया … Read more

अकबर ने दिया आदेश तानसेन के गाने पर वाह-वाह करने वाले को मौत की सजा

अकबर ने दिया आदेश तानसेन के गाने पर वाह-वाह करने वाले को मौत की सजा

संकलन : अंजु अग्निहोत्री संगीत सम्राट तानसेन अकबर के दरबार दीवान-ए-खास में तानपूरा छेड़ते, आलाप भरते तो बादशाह अकबर वाह-वाह करते रह जाते। यह देख उनके चापलूस दरबारी भी वाह-वाह करने लगे। उनकी चापलूसी भरी वाह-वाही से परेशान होकर अकबर ने बीरबल से इस मर्ज का स्थायी इलाज करने को कहा। सम्राट अकबर के आदेश … Read more

विंध्याचल की विंध्यवासिनी, नमन करो स्वीकार माँ: भजन (Vindhyachal Ki Vindhyavasini Naman Karo Swikar Maa)

विंध्याचल की विंध्यवासिनी, नमन करो स्वीकार माँ: भजन (Vindhyachal Ki Vindhyavasini Naman Karo Swikar Maa)

विंध्याचल की विंध्यवासिनी, नमन करो स्वीकार माँ, मेरो नमन करो स्वीकार माँ ॥धुप नारियल फूल चढाने, धुप नारियल फूल चढाने, लाए तेरे दरबार माँ, मैया लाए तेरे दरबार माँ, विन्ध्याचल की विंध्यवासिनी, नमन करो स्वीकार माँ, मेरो नमन करो स्वीकार माँ ॥ पान सुपारी ध्वजा नारियल, पान सुपारी ध्वजा नारियल, ले हो फूलन के हार … Read more

जान‍िए क्‍यों दशानन रावण ने भी पकड़ लिए थे अंगद के पैर और सहम गया था पूरा दरबार

जान‍िए क्‍यों दशानन रावण ने भी पकड़ लिए थे अंगद के पैर और सहम गया था पूरा दरबार

हनुमान की जगह क्‍यों भेजे गए अंगद कुमार तस्वीरें : साभार रामायण रामायण एक ऐसा ग्रंथ है जहां मर्यादा, स्‍नेह और संस्‍कारों का हर कदम पर उदाहरण मिलता है। लेकिन कई ऐसे भी प्रसंग हुए हैं जिनका रहस्‍य एक बार में समझ पाना मुश्किल सा लगता है। एक ऐसा ही प्रसंग आता है जब श्रीराम … Read more

रण में आयी देखो काली: भजन (Ran mein aayi dekho Kali)

रण में आयी देखो काली: भजन (Ran mein aayi dekho Kali)

रण में आयी देखो काली, खून से भरने खप्पर खाली, दुष्टो को तू मारने वाली, जय काली काली ॥अष्ट भुजाओं वाला लहंगा, पहन के मैया आई है, काट के दुष्टो का सर मैया, ने माला बनाई है, चंडी रूप बात निराली, सजती है मेरी मैया काली, दुष्टो को तू मारने वाली, जय काली काली ॥ … Read more

इसलिए जानबूझकर देवी सीता सहती रहीं रावण के अत्याचार

इसलिए जानबूझकर देवी सीता सहती रहीं रावण के अत्याचार

तो सीता क्‍यों सहती रहीं अत्‍याचार क्‍या रामायण देखते या पढ़ते समय आपके मन में यह ख्‍याल आया है कभी कि देवी सीता तो स्‍वयं ही जगत जननी का अवतार थीं। रावण का अंत तो वह ही कर सकती थीं। फिर उन्‍होंने ऐसा क्‍यों नहीं किया और क्‍या वजह थी कि जब भी रावण उनसे … Read more

मैया ना भुलाना, हमको: भजन (Maiya Na Bhulana Humko )

मैया ना भुलाना, हमको: भजन (Maiya Na Bhulana Humko )

मैया ना भुलाना, हमको ना भुलाना, मेरे घर में तुम सदा आती रहना, तेरा है परिवार तू संग में रहना, मईया ना भुलाना, हमको ना भुलाना ॥छोटा सा परिवार है मेरा, छोटा सा संसार है, मेरे सिर पे हाथ हो तेरा, बस इतनी दरकार है, इससे ज्यादा मैया, तुमसे क्या कहना, तेरा है परिवार, तू … Read more

चाँदी के पात्र का सही मूल्य क्या? – प्रेरक कहानी (Chandi Ke Patra Ka Sahi Mulya Kya)

पाखंडी को परमात्मा नहीं मिलते - प्रेरक कहानी (Pakhandi Ko Bhagwan Nahi Milate)

बहुत समय पहले की बात है। किसी गाँव में एक बूढ़ा व्यक्ति रहता था। उसके दो बेटे थे। बूढ़ा वस्तुओं के उपयोग के मामले में कंजूस था और उन्हें बचा-बचा कर उपयोग किया करता था।उसके पास एक पुराना चांदी का पात्र था। वह उसकी सबसे मूल्यवान वस्तु थी। उसने उसे संभालकर संदूक में बंद कर … Read more

सुख भोगने वाले संत दे रहे थे वैराग्य का उपदेश फिर क्या हुआ जानें

सुख भोगने वाले संत दे रहे थे वैराग्य का उपदेश फिर क्या हुआ जानें

औरंगाबाद में सोलहवीं शताब्दी में अमृतराय नामक एक संत कवि हुए थे। ‘वैराग्य भाग्या सारखे भाग्य नाहीं’ उनके द्वारा रचित एक पद की लोकप्रिय कड़ी है। एक फकीर को उनका यह पद बड़ा प्रिय था। एक दिन उसके मन में शंका उठी कि क्या इसका रचयिता सचमुच वैरागी होगा? शंका का निराकरण करने के लिए … Read more

माँ की लाल रे चुनरिया, देखो लहर लहर लहराए: भजन (Maa Ki Laal Re Chunariya Dekho Lahar Lahar Lehraye)

माँ की लाल रे चुनरिया, देखो लहर लहर लहराए: भजन (Maa Ki  Laal Re Chunariya Dekho Lahar Lahar Lehraye)

माँ की लाल रे चुनरिया, देखो लहर लहर लहराए, माँ की नाक की नथनिया, दमदम दमदम दमकी जाए, माँ की लाल रे चुनरियाँ, देखो लहर लहर लहराए ॥मंदिर लाल ध्वजाएं न्यारी, देखो फर फर फर फेहराये, लाखो नर नारी दर जाए, माँ की जय जय कार लगाएं, ऊँचे पर्वत पे महारानी, बैठी है आसान को … Read more