Kuber Ji Ki Aarti | कुबेर जी की आरती (Kuber Aarti)

Kuber Ji Ki Aarti | कुबेर जी की आरती (Kuber Aarti)

Shri Kuber Maharaj Aarti in Hindi श्री कुबेर महाराज की आरती ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे, स्वामी जै यक्ष जै यक्ष कुबेर हरे । शरण पड़े भगतों के, भण्डार कुबेर भरे । ॥ ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे…॥ शिव भक्तों में भक्त कुबेर बड़े, स्वामी भक्त कुबेर बड़े । दैत्य दानव मानव से, कई-कई युद्ध … Read more

Aaj Mangalwar Hai, हनुमान भजन आज मंगलवार है, महावीर का वार है

Aaj Mangalwar Hai, हनुमान भजन आज मंगलवार है, महावीर का वार है

आज मंगलवार है, महावीर का वार है. मंगलवार के दिन इस गीत से हनुमानजी की महिमा का गायन करना बड़ा ही मंगलकारी माना गया है। परिवार के साथ मंगलवार को महावीरजी की वंदना इस भजन गीत से करें और अपने जीवन से अमंगल दूर करें। आज मंगलवार है, महावीर का वार है, सच्चा दरबार है।सच्चे … Read more

Shri Govardhan Maharaj Ki Aarti | श्री गोवर्धन महाराज की आरती

Shri Govardhan Maharaj Ki Aarti | श्री गोवर्धन महाराज की आरती

Shri Govardhan Maharaj Aarti in Hindi श्री गोवर्धन महाराज की आरती श्री गोवर्धन महाराज, ओ महाराज, तेरे माथे मुकुट विराज रहेओ। श्री गोवर्धन महाराज, ओ महाराज, तेरे माथे मुकुट विराज रहेओ। तोपे पान चढ़े, तोपे फूल चढ़े, तोपे पान चढ़े, तोपे फूल चढ़े, तोपे चढ़े दूध की धार। तेरे माथे मुकुट विराज रहेओ। श्री गोवर्धन … Read more

Ekadashi Mata Ki Aarti: ओम जय एकादशी माता, मैया जय जय एकादशी माता

Ekadashi Mata Ki Aarti: ओम जय एकादशी माता, मैया जय जय एकादशी माता

Om Jai Ekadashi Mata Aarti: एकादशी का हिंदू धर्म में विशेष महत्व बताया गया है। मान्यताओं के अनुसार, एकादशी का व्रत करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। साल में कुल 24 एकादशी आती है। लेकिन, जब भी मलमास लगता है उस साल कुल 26 एकादशी आती है। सभी एकादशी अपने आप में … Read more

Har Mahadev Aarti – Satya Sanatan Sundar | हर महादेव आरती

Har Mahadev Aarti - Satya Sanatan Sundar | हर महादेव आरती

Har Mahadev Aarti – Satya Sanatan Sundar हर महादेव आरती – सत्य, सनातन, सुंदर सत्य, सनातन, सुंदर, शिव! सबके स्वामी । अविकारी, अविनाशी, अज, अंतर्यामी ॥ ॐ हर हर हर महादेव..॥ आदि अनंत, अनामय, अकल, कलाधारी । अमल, अरूप, अगोचर, अविचल अघहारी ॥ ॐ हर हर हर महादेव..॥ ब्रह्मा, विष्णु, महेश्वर, तुम त्रिमूर्तिधारी । कर्ता, … Read more

Shiv Ji Ke Bhajan- शिव मात पिता शिव बंधू सखा, शिव चरणों में, कोटि कोटि प्रणाम

Shiv Ji Ke Bhajan- शिव मात पिता शिव बंधू सखा, शिव चरणों में, कोटि कोटि प्रणाम

शिव मात पिता, शिव बंधू सखा, शिव चरणों में।कोटि कोटि प्रणाम, शिव चरणों में, कोटि कोटि प्रणाम।। जिनका तो ना आदि, ना अंत पता, भक्तो पे दया।जो करते सदा, शिव मात पितां, शिव बंधू सखा, शिव चरणों में, कोटि कोटि प्रणाम।। वृषगामी जो, बाघाम्बर है धरे, अनादि अनंत से, जो है परे।शिव मात पितां, शिव … Read more

Badrinath Ji Ki Aarti – Pawan Mand Sugandh Sheetal | श्री बद्रीनाथ जी की आरती

Badrinath Ji Ki Aarti - Pawan Mand Sugandh Sheetal | श्री बद्रीनाथ जी की आरती

Badrinath Ji Ki Aarti – Pawan Mand Sugandh Sheetal श्री बद्रीनाथ जी की आरती – पवन मंद सुगंध शीतल पवन मंद सुगंध शीतल, हेम मंदिर शोभितम् । निकट गंगा बहत निर्मल, श्री बद्रीनाथ विश्व्म्भरम् ॥ शेष सुमिरन करत निशदिन, धरत ध्यान महेश्वरम् । वेद ब्रह्मा करत स्तुति, श्री बद्रीनाथ विश्वम्भरम् ॥ ॥ पवन मंद सुगंध … Read more

Dwadash Jyotirling Stotra : द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्रम्

Dwadash Jyotirling Stotra : द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्रम्

भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग देश के अलग अलग हिस्सों में मौजूद है। कहते हैं इनका दर्शन करने से व्यक्ति को पापों से मुक्ति मिलती है। लेकिन, यदि आप दर्शन नहीं कर सकते हैं तो आप रोजाना द्वादश ज्योतिर्लिङ्ग स्तोत्रम् का पाठ कर सकते हैं। शिवपुराण के अनुसार, इसका पाठ करने से 12 ज्योतिर्लिंग की … Read more

Hawan Prarthana | हवन प्रार्थना – पूजनीय प्रभु हमारे

Hawan Prarthana | हवन प्रार्थना - पूजनीय प्रभु हमारे

Hawan Prarthana – Pujniya Prabhu Hamare हवन प्रार्थना – पूजनीय प्रभु हमारे पूजनीय प्रभु हमारे, भाव उज्जवल कीजिये । छोड़ देवें छल कपट को, मानसिक बल दीजिये ॥ वेद की बोलें ऋचाएं, सत्य को धारण करें । हर्ष में हो मग्न सारे, शोक-सागर से तरें ॥ अश्व्मेधादिक रचायें, यज्ञ पर-उपकार को । धर्मं- मर्यादा चलाकर, … Read more

आंखों की रोशनी तेज और संक्रमण को दूर करने के लिए सुबह-शाम करें चाक्षुषोपनिषद मंत्र का जप

आंखों की रोशनी तेज और संक्रमण को दूर करने के लिए सुबह-शाम करें चाक्षुषोपनिषद मंत्र का जप

ग्रहों के राजा सूर्य नेत्र और बुद्धि के कारक ग्रह हैं। सूर्य की उपासना करने से नेत्र रोग दूर होते हैं और आंखों की रोशनी बढ़ने के साथ बुद्धि का विकास होता है। आंखों के रोगों से मुक्ति और शानदार रोशनी के लिए चाक्षुषोपनिषद मंत्र का जप करें। इस मंत्र के जप से दृष्टि बढ़ … Read more