गोवर्धन पूजन के समय आरती श्री गोवर्धन महाराज की: गोवर्धन महाराज, ओ महाराज

गोवर्धन पूजन के समय आरती श्री गोवर्धन महाराज की: गोवर्धन महाराज, ओ महाराज

गोवर्धन पूजन के दौरान करें गोर्वधन महाराज की आरती… श्री गोवर्धन महाराज, ओ महाराज, तेरे माथे मुकुट विराज रहेओ।तोपे पान चढ़े तोपे फूल चढ़े, तोपे चढ़े दूध की धार।तेरे माथे मुकुट विराज रहेओ। तेरी सात कोस की परिकम्मा, और चकलेश्वर विश्रामतेरे माथे मुकुट विराज रहेओ। तेरे गले में कण्ठा साज रहेओ, ठोड़ी पे हीरा लाल।तेरे … Read more

Maha Laxmi Maa Diwali Aarti Puja : लक्ष्मी माता की आरती, ओम जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता

Maha Laxmi Maa Diwali Aarti Puja : लक्ष्मी माता की आरती, ओम जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता

Laxmi Mata ki Aarti Diwali : दीपावली पर लक्ष्मी पूजन में करें माता लक्ष्मी माता की आरती। माता लक्ष्मी की कृपा दृष्टि आपके परिवार और घर कारोबार में बनी रहे, इसलिए दिवाली पूजन करते समय माता लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए परिवार के साथ मिलक कीजिए महालक्ष्मी माता की आरती। दिवाली पर करें माता … Read more

पार्वती माता की आरती : जय पार्वती माता मैया जय पार्वती माता

पार्वती माता की आरती : जय पार्वती माता मैया जय पार्वती माता

जय पार्वती माता जय पार्वती माता।ब्रह्म सनातन देवी शुभ फल की दाता॥जय पार्वती माता अरिकुल पद्म विनाशिनि जय सेवक त्राता।जग जीवन जगदंबा, हरिहर गुण गाता॥जय पार्वती माता सिंह को वाहन साजे, कुण्डल हैं साथा।देव वधू जस गावत, नृत्य करत ताथा॥जय पार्वती माता सतयुग रूपशील अतिसुन्दर, नाम सती कहलाता।हेमांचल घर जन्मी, सखियन संग राता॥जय पार्वती माता … Read more

Durga Maa Ki Aarti : जय अम्बे गौरी, मैय्या जय श्यामा गौरी, आरती अंबे जी की

Durga Maa Ki Aarti : जय अम्बे गौरी, मैय्या जय श्यामा गौरी, आरती अंबे जी की

मां अंबे की आरती …. जय अंबे गौरी मैया जय अंबे गौरी, माता की आरती सुबह शाम परिवार के साथ कीजिए। कहते हैं कि जो भक्ति नियमित सुबह शाम इस आरती का गायन करते हैं उनके घर में सुख समृद्धि आती है। तो मिलकर गाइए। जय अंबे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी। तुमको निशिदिन ध्यावत, … Read more

Diwali Ganpati Aarti 2019: गणपति स्तुति आरती, गणपति राखो मेरी लाज

Diwali Ganpati Aarti 2019: गणपति स्तुति आरती, गणपति राखो मेरी लाज

गणपति स्तुतिः गजाननं भूतगणादि सेवितं कपित्थ जम्बूफलसार भक्षितम्उमासुतं शोक विनाशकारणं नमामि विघ्नेश्वर पादपङ्कजम् ॥ गणपति राखो मेरी लाज गणपति राखो मेरी लाज, गणपति राखो मेरी लाज।पूरन कीजै मेरे काज, पूरन कीजै मेरे काज।।गणपति राखो मेरी लाज। तू भक्तों का प्यारा है सबका पालनहारा है।भयहारी दुखहारी तू करता मूषक सवारी तू।। तू ही विघ्न-विनाशक है दीनजनों … Read more

Aarti Shri Ram Ji Ki: श्री रामचंद्र जी की आरती, श्री राम चंद्र कृपालु भजमन हरण भव भय दारुणम्

Aarti Shri Ram Ji Ki: श्री रामचंद्र जी की आरती, श्री राम चंद्र कृपालु भजमन हरण भव भय दारुणम्

*आरती भगवान श्री रामचंद्रजी की* श्री राम चंद्र कृपालु भजमन हरण भव भय दारुणम्।नवकंज लोचन कंज मुखकर, कंज पद कन्जारुणम्।।.कंदर्प अगणित अमित छवी नव नील नीरज सुन्दरम्।पट्पीत मानहु तडित रूचि शुचि नौमी जनक सुतावरम्।।.भजु दीन बंधु दिनेश दानव दैत्य वंश निकंदनम्।रघुनंद आनंद कंद कौशल चंद दशरथ नन्दनम्।।.सिर मुकुट कुण्डल तिलक चारु उदारू अंग विभूषणं।आजानु भुज … Read more

Om Jai Jagdish Hare Aarti : ॐ जय जगदीश हरे आरती, ॐ जय जगदीश हरे आरती

Om Jai Jagdish Hare Aarti : ॐ जय जगदीश हरे आरती, ॐ जय जगदीश हरे आरती

Om Jai Jagdish Hare Aarti, ॐ जय जगदीश हरे आरती, भगवान विष्णु की। ओम जय जगदीश हरे, स्वामी! जय जगदीश हरे।भक्त जनों के संकट, क्षण में दूर करे॥ ओम जय जगदीश हरे।जो ध्यावे फल पावे, दुःख विनसे मन का। स्वामी दुःख विनसे मन का।सुख सम्पत्ति घर आवे, कष्ट मिटे तन का॥ ओम जय जगदीश हरे।मात-पिता … Read more

He Sharde Maa He Sharde Maa Arti हे शारदे मां-हे शारदे में अज्ञानता से हमें तार दे मां, सरस्वती माता की आरती

He Sharde Maa He Sharde Maa Arti हे शारदे मां-हे शारदे में अज्ञानता से हमें तार दे मां, सरस्वती माता की आरती

Saraswati Vandna He Sharde Maa… शारदे मां अज्ञानता को दूर करने वाली और ज्ञान का प्रकाश देने वाली माता हैं। माता सरस्वती की कृपा से मनुष्य और सभी जीवों में बुद्धि और विवेक का संचार होता है। माता सरस्वती जब व्यक्ति की बुद्धि को हर लेती हैं तो व्यक्ति सही निर्णय नहीं ले पाता है … Read more

Shiv Tandav Stotra शिव तांडव स्त्रोत: जटाटवीगलज्जल प्रवाहपावितस्थले

Shiv Tandav Stotra शिव तांडव स्त्रोत: जटाटवीगलज्जल प्रवाहपावितस्थले

Shiv Tandav Stotra: शिव तांडव स्त्रोत जटाटवीगलज्जल प्रवाहपावितस्थलेगलेऽवलम्ब्य लम्बितां भुजंगतुंगमालिकाम्‌।डमड्डमड्डमड्डमनिनादवड्डमर्वयंचकार चंडतांडवं तनोतु नः शिवः शिवम ॥1॥ जटा कटा हसंभ्रम भ्रमन्निलिंपनिर्झरी ।विलोलवी चिवल्लरी विराजमानमूर्धनि ।धगद्धगद्ध गज्ज्वलल्ललाट पट्टपावकेकिशोरचंद्रशेखरे रतिः प्रतिक्षणं ममं ॥2॥ धरा धरेंद्र नंदिनी विलास बंधुवंधुर-स्फुरदृगंत संतति प्रमोद मानमानसे ।कृपाकटा क्षधारणी निरुद्धदुर्धरापदिकवचिद्विगम्बरे मनो विनोदमेतु वस्तुनि ॥3॥ जटा भुजं गपिंगल स्फुरत्फणामणिप्रभा-कदंबकुंकुम द्रवप्रलिप्त दिग्वधूमुखे ।मदांध सिंधु रस्फुरत्वगुत्तरीयमेदुरेमनो विनोदद्भुतं … Read more

ShivJi ki Arti Bhajan: शिव आरती भजन: शीश गंग अर्धंग पार्वती, सदा विराजत कैलासी

ShivJi ki Arti Bhajan: शिव आरती भजन: शीश गंग अर्धंग पार्वती, सदा विराजत कैलासी

Shish Gang Ardhang Parvati, शीश गंग अर्धंग पार्वती शीश गंग अर्धंग पार्वती सदा विराजत कैलासी।नंदी भृंगी नृत्य करत हैं, धरत ध्यान सुर सुखरासी॥शीतल मन्द सुगन्ध पवन बह बैठे हैं शिव अविनाशी।करत गान-गन्धर्व सप्त स्वर राग रागिनी मधुरासी॥ यक्ष-रक्ष-भैरव जहँ डोलत, बोलत हैं वनके वासी।कोयल शब्द सुनावत सुन्दर, भ्रमर करत हैं गुंजा-सी॥ कल्पद्रुम अरु पारिजात तरु … Read more