संतोषी माता आरती (Santoshi Maa Aarti)

संतोषी माता आरती (Santoshi Maa Aarti)

Santoshi Maa Aarti Lyrics in Hindi जय सन्तोषी माता, मैया जय सन्तोषी माता । अपने सेवक जन की, सुख सम्पति दाता ॥ जय सन्तोषी माता, मैया जय सन्तोषी माता ॥ सुन्दर चीर सुनहरी, मां धारण कीन्हो । हीरा पन्ना दमके, तन श्रृंगार लीन्हो ॥ जय सन्तोषी माता, मैया जय सन्तोषी माता ॥ गेरू लाल छटा … Read more

Ahoi Mata Ki Aarti: अहोई माता की आरती, जय अहोई माता….

Ahoi Mata Ki Aarti: अहोई माता की आरती, जय अहोई माता....

Ahoi Mata Aarti 2024: अहोई अष्टमी व्रत की पूजा में अहोई माता की पूजा के बाद व्रती महिलाओं को माता अहोई की आरती करनी चाहिए। माता अहोई हर अनहोनी से अपने भक्तों की और उनकी संतान की रक्षा करती हैं। माता अहोई की आरती जो भी व्रती महिलाएं सच्चे मन से करती हैं माता अहोई … Read more

जय शनि देवा – श्री शनिदेव आरती (Aarti Shri Shani Jai Jai Shani Dev)

गाय माता! और दिव्य मिठास वाला गुड़ (Gay Mata Aur Divy Mithas Wala Gud)

जय शनि देवा, जय शनि देवा, जय जय जय शनि देवा । अखिल सृष्टि में कोटि-कोटि जन, करें तुम्हारी सेवा । जय शनि देवा, जय शनि देवा, जय जय जय शनि देवा ॥जा पर कुपित होउ तुम स्वामी, घोर कष्ट वह पावे । धन वैभव और मान-कीर्ति, सब पलभर में मिट जावे । राजा नल … Read more

बृहस्पति देव की आरती (Brihaspati dev Ki Aarti)

बृहस्पति देव की आरती (Brihaspati dev Ki Aarti)

Brihaspati Dev Ji Ki Aarti Lyrics in Hindi जय बृहस्पति देवा, ऊँ जय बृहस्पति देवा । छिन छिन भोग लगाऊँ, कदली फल मेवा ॥ ऊँ जय बृहस्पति देवा, जय बृहस्पति देवा ॥ तुम पूरण परमात्मा, तुम अन्तर्यामी । जगतपिता जगदीश्वर, तुम सबके स्वामी ॥ ऊँ जय बृहस्पति देवा, जय बृहस्पति देवा ॥ चरणामृत निज निर्मल, … Read more

Dhanvantari Ji Ki Aarti: धन्वंतरिजी की आरती, जय धन्वंतरि देवा, जय जय धन्वंतरि देवा

Dhanvantari Ji Ki Aarti: धन्वंतरिजी की आरती, जय धन्वंतरि देवा, जय जय धन्वंतरि देवा

Dhanvantari Bhagwan Ki Arti: आज धनतेरस के शुभ अवसर पर लोग सोने चांदी की खरीद करने के बाद भगवान धन्वंतरिजी की पूजा करते हैं और उनकी आरती करते हैं। कहते हैं धनतेरस के दिन धन्वंतरिजी भगवान की पूजा करने से आपके घर में सुख और संपन्नता के साथ आरोग्य की भी प्राप्ति होती है। आपके … Read more

कार्तिकेय आरती (Kartikeya Aarti)

गाय माता! और दिव्य मिठास वाला गुड़ (Gay Mata Aur Divy Mithas Wala Gud)

कार्तिकेय जी की आरती – जय जय आरती वेणु गोपाला वेणु गोपाला वेणु लोला पाप विदुरा नवनीत चोराजय जय आरती वेंकटरमणा वेंकटरमणा संकटहरणा सीता राम राधे श्याम जय जय आरती गौरी मनोहर गौरी मनोहर भवानी शंकर सदाशिव उमा महेश्वर जय जय आरती राज राजेश्वरि राज राजेश्वरि त्रिपुरसुन्दरि महा सरस्वती महा लक्ष्मी महा काली महा लक्ष्मी … Read more

माँ अम्बे गौरी की आरती (Ambe Gauri Ki Aarti)

माँ अम्बे गौरी की आरती (Ambe Gauri Ki Aarti)

Ambe Maa Ki Aarti Lyrics in Hindi जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी। तुमको निशदिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिवरी॥ ॐ जय अम्बे गौरी..॥ मांग सिंदूर विराजत, टीको मृगमद को। उज्ज्वल से दोउ नैना, चंद्रवदन नीको॥ ॐ जय अम्बे गौरी..॥ कनक समान कलेवर, रक्ताम्बर राजै। रक्तपुष्प गल माला, कंठन पर साजै॥ ॐ जय अम्बे गौरी..॥ … Read more

Dhanvantari Stotra in Hindi : धन्वंतरि स्तोत्र के बिना धनतेरस की पूजा अधूरी, धनतेरस पर धन समृद्धि आरोग्य के लिए करें इस स्तोत्र का पाठ

Dhanvantari Stotra in Hindi : धन्वंतरि स्तोत्र के बिना धनतेरस की पूजा अधूरी, धनतेरस पर धन समृद्धि आरोग्य के लिए करें इस स्तोत्र का पाठ

Dhanteras 2024 Dhanvantari Stotra : धनतेरस की पूजा शाम के वक्‍त प्रदोष काल में करना सबसे शुभ माना जाता है। इस वक्‍त मां लक्ष्‍मी और धन के देवता कुबेरजी के साथ ही भगवान धन्वंतरि की पूजा करने से आपको आरोग्‍य की प्राप्ति होती है। इस पूजा में धन्वंतरि स्त्रोत का पाठ करना बहुत ही अनिवार्य … Read more

आरती: श्री गणेश – शेंदुर लाल चढ़ायो (Shri Ganesh Shendur Laal Chadhayo)

आरती: श्री गणेश - शेंदुर लाल चढ़ायो (Shri Ganesh Shendur Laal Chadhayo)

शेंदुर लाल चढ़ायो अच्छा गजमुखको । दोंदिल लाल बिराजे सुत गौरिहरको । हाथ लिए गुडलद्दु सांई सुरवरको । महिमा कहे न जाय लागत हूं पादको ॥ जय देव जय देव..जय देव जय देव, जय जय श्री गणराज विद्या सुखदाता धन्य तुम्हारा दर्शन मेरा मन रमता, जय देव जय देव ॥ अष्टौ सिद्धि दासी संकटको बैरि … Read more

शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti)

शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti)

Shiv Aarti Lyrics in Hindi ॐ जय शिव ओंकारा,स्वामी जय शिव ओंकारा।ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव,अर्द्धांगी धारा ॥ ॐ जय शिव ओंकारा…॥ एकानन चतुराननपंचानन राजे ।हंसासन गरूड़ासनवृषवाहन साजे ॥ ॐ जय शिव ओंकारा…॥ दो भुज चार चतुर्भुजदसभुज अति सोहे ।त्रिगुण रूप निरखतेत्रिभुवन जन मोहे ॥ ॐ जय शिव ओंकारा…॥ अक्षमाला वनमाला,मुण्डमाला धारी ।चंदन मृगमद चंदा,सोहे त्रिपुरारी ॥ … Read more