ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र: कर्ज से मुक्ति के लिए पढ़े भगवान गणेश का यह स्तोत्र
ध्यानओम सिन्दूर-वर्णं द्वि-भुजं गणेशं लम्बोदरं पद्म-दले निविष्टम्।ब्रह्मादि-देवैः परि-सेव्यमानं सिद्धैर्युतं तं प्रणामि देवम्।। मूल-पाठसृष्ट्यादौ ब्रह्मणा सम्यक् पूजित: फल-सिद्धए।सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे।। त्रिपुरस्य वधात् पूर्वं शम्भुना सम्यगर्चित:।सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे।। इस आरती से करें गजानन जी की वंदना हिरण्य-कश्यप्वादीनां वधार्थे विष्णुनार्चित:।सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे।। महिषस्य वधे देव्या गण-नाथ: प्रपुजित:।सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे।। गणेश … Read more