कुमाऊं में 4 दिन तक रहती है दिवाली की रंगत, देहली से मंदिर तक होती है ऐपण से सजावट
उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में दैवीय, मांगलिक और त्योहार पर ऐपण बनाने की परंपरा है। ये एक तरह की अल्पना या आलेखन या रंगोली होती है। बदलते परिवेश में ग्लोबलाइजेशन का असर पहाड़ पर भी पड़ा है। पुरानी परंपराएं और रीति-रिवाज छूटते जा रहे हैं। फिर भी कुछ परंपराएं पहले से ज्यादा विकसित होकर त्योहार … Read more