Aarti Yugal kishor Ki Kije | आरती युगल किशोर की कीजै
Aarti Yugal Kishor Ki Kije Lyrics आरती युगल किशोर की कीजै आरती युगल किशोर की कीजै । तन मन धन न्योछावर कीजै ॥ गौरश्याम मुख निरखन लीजै । हरि का रूप नयन भरि पीजै ॥ रवि शशि कोटि बदन की शोभा । ताहि निरखि मेरो मन लोभा ॥ ओढ़े नील पीत पट सारी । कुंजबिहारी … Read more