मां सरस्वती आरती भजन, मां शारदे कहां तू, वीणा बजा रही हैं

मां सरस्वती आरती भजन, मां शारदे कहां तू, वीणा बजा रही हैं

सरस्वती नमस्तुभ्यं, वरदे कामरूपिणी,विद्यारम्भं करिष्यामि, सिद्धिर्भवतु मे सदा। मां शारदे कहां तू,वीणा बजा रही हैं,मां शारदे कहां तू,वीणा बजा रही हैं,किस मंजु ज्ञान से तू,किस मंजु ज्ञान से तू,जग को लुभा रही है ॥ मां शारदे कहां तू,वीणा बजा रही है । …x2 किस भाव में भवानी,तू मग्न हो रही है,विनती नहीं हमारी,क्यों मां तू … Read more

आरती: भगवान श्री शीतलनाथ जी (Arti Bhagwan Shri Sheetalnath Ji)

ॐ जय शीतलनाथ स्वामी, स्वामी जय शीतलनाथ स्वामी। घृत दीपक से करू आरती, घृत दीपक से करू आरती। तुम अंतरयामी, ॐ जयशीतलनाथ स्वामी॥ ॥ ॐ जय शीतलनाथ स्वामी…॥भदिदलपुर में जनम लिया प्रभु, दृढरथ पितु नामी, दृढरथ पितु नामी। मात सुनन्दा के नन्दा तुम, शिवपथ के स्वामी॥ ॥ ॐ जय शीतलनाथ स्वामी…॥ जन्म समय इन्द्रो ने, … Read more

Om Jai Gauri Nandan – Ganesh Aarti | ॐ जय गौरी नंदन – गणेश आरती

Om Jai Gauri Nandan - Ganesh Aarti | ॐ जय गौरी नंदन - गणेश आरती

Om Jai Gauri Nandan – Ganesh Aarti Lyrics ॐ जय गौरी नंदन – गणेश आरती ॐ जय गौरी नंदन, प्रभु जय गौरी नंदन गणपति विघ्न निकंदन, मंगल निःस्पंदन ॥ ॐ जय ॥ ऋद्धि सिद्धियाँ जिनके, नित ही चंवर करे करिवर मुख सुखकारक, गणपति विघ्न हरे ॥ ॐ जय ॥ देवगणों में पहले तव पूजा होती … Read more

सरस्वती चालीसा पाठ हिंदी में, बसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती की पूजा में चालीसा का पाठ बेहद जरूरी

सरस्वती चालीसा पाठ हिंदी में, बसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती की पूजा में चालीसा का पाठ बेहद जरूरी

Basant Panchami 2024 : सरस्वती चालीसा का पाठ सरस्वती पूजा के दिन औऱ राहु की दशा महादशा में करना बेहद शुभ फलदायी होता है। ऐसी मान्यता है कि सरस्वती पूजा में सरस्वती चालीसा का पाठ नहीं किया जाए तो पूजा अधूरी रहती है। छात्रो को तो बुद्धि और ज्ञान के विकास के लिए नियमित सरस्वती … Read more

धर्मराज आरती – धर्मराज कर सिद्ध काज (Dharmraj Ki Aarti – Dharmraj Kar Siddh Kaaj)

धर्मराज कर सिद्ध काज, प्रभु मैं शरणागत हूँ तेरी । पड़ी नाव मझदार भंवर में, पार करो, न करो देरी ॥ ॥ धर्मराज कर सिद्ध काज..॥धर्मलोक के तुम स्वामी, श्री यमराज कहलाते हो । जों जों प्राणी कर्म करत हैं, तुम सब लिखते जाते हो ॥ अंत समय में सब ही को, तुम दूत भेज … Read more

Maa Annapurna Aarti Lyrics | माँ अन्नपूर्णा आरती

Maa Annapurna Aarti Lyrics | माँ अन्नपूर्णा आरती

Maa Annapurna Aarti Lyrics in Hindi माँ अन्नपूर्णा आरती बारम्बार प्रणाम, मैया बारम्बार प्रणाम । जो नहीं ध्यावे तुम्हें अम्बिके, कहां उसे विश्राम । अन्नपूर्णा देवी नाम तिहारो, लेत होत सब काम ॥ बारम्बार प्रणाम, मैया बारम्बार प्रणाम । प्रलय युगान्तर और जन्मान्तर, कालान्तर तक नाम । सुर सुरों की रचना करती, कहाँ कृष्ण कहाँ … Read more

सरस्वती आरती वंदना, जयति जय जय माँ सरस्वती

सरस्वती आरती वंदना, जयति जय जय माँ सरस्वती

Jayati Jai Jai Maa Saraswati Aarti, सरस्वती पूजा के मौके पर माता सरस्वती को प्रसन्न करने के लिए आरती वंदना कीजिए जयति जय जय मां सरस्वती। माात के जयकारे के साथ इस आरती का गायन करना बड़ा ही उत्तम फलदायी माना जाता है। तो आइए मिलकर गाते हैं मां सरस्वती की आरती जयति जय जय … Read more

धर्मराज आरती – ॐ जय धर्म धुरन्धर (Dharmraj Ki Aarti – Om Jai Dharm Dhurandar)

ॐ जय जय धर्म धुरन्धर, जय लोकत्राता । धर्मराज प्रभु तुम ही, हो हरिहर धाता ॥जय देव दण्ड पाणिधर यम तुम, पापी जन कारण । सुकृति हेतु हो पर तुम, वैतरणी ताराण ॥2॥ न्याय विभाग अध्यक्ष हो, नीयत स्वामी । पाप पुण्य के ज्ञाता, तुम अन्तर्यामी ॥3॥ दिव्य दृष्टि से सबके, पाप पुण्य लखते । … Read more

Shri Siddhivinayak Aarti – Shendur Lal Chadhayo | शेंदुर लाल चढ़ायो अच्छा गजमुखको

Shri Siddhivinayak Aarti - Shendur Lal Chadhayo | शेंदुर लाल चढ़ायो अच्छा गजमुखको

Shendur Lal Chadhayo – Siddhivinayak Aarti Lyrics in Hindi शेंदुर लाल चढ़ायो अच्छा गजमुखको – श्री सिद्धिविनायक आरती शेंदुर लाल चढ़ायो अच्छा गजमुखको । दोंदिल लाल बिराजे सुत गौरिहरको । हाथ लिए गुडलद्दु सांई सुरवरको । महिमा कहे न जाय लागत हूं पादको ॥ जय देव जय देव… जय जय श्री गणराज विद्या सुखदाता धन्य … Read more

Saraswati Vandana: मां सरस्‍वती की वंदना, या कुन्देन्दु तुषारहार धवला या शुभ्रवस्त्रावृता।

Saraswati Vandana: मां सरस्‍वती की वंदना, या कुन्देन्दु तुषारहार धवला या शुभ्रवस्त्रावृता।

बसंत पंचमी के मौके पर सबसे पहले माता सरस्वती का ध्यान करें-फिर पूजा के साथ यह वंदना करें… कहते हैं कि देवी देवता भी मां सरस्वती से ज्ञान और विज्ञान की प्राप्ति के लिए उनकी वंदना करते हैं। तो आइए परिवार सहित मिलकर करते हैं सरस्वती वंदना…. या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता। या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना॥ … Read more