Dhanvantari Aarti in Hindi : धन्वंतरि भगवान की आरती, जय जय धन्वंतरि देवा, जय जय धन्वंतरि देवा

Dhanvantari Aarti in Hindi : धन्वंतरि भगवान की आरती, जय जय धन्वंतरि देवा, जय जय धन्वंतरि देवा

Dhanvantari Aarti Lyrics in Hindi : आज धनतेरस के शुभ अवसर पर लोग सोने चांदी के साथ ही नए बर्तन, इलेक्‍ट्रॉनिक सामान और घर के लिए अन्‍य नई चीजों की खरीद करते हैं। इसके पीछे मान्‍यता है कि धन त्रयोदशी के दिन खरीदी गई वस्‍तुगों में 13 गुना वृद्धि होती है और मां लक्ष्‍मी के … Read more

आरती: जय जय तुलसी माता (Aarti: Jai Jai Tulsi Mata)

आरती: जय जय तुलसी माता (Aarti: Jai Jai Tulsi Mata)

जय जय तुलसी माता, मैया जय तुलसी माता । सब जग की सुख दाता, सबकी वर माता ॥ ॥ जय तुलसी माता…॥सब योगों से ऊपर, सब रोगों से ऊपर । रज से रक्ष करके, सबकी भव त्राता ॥ ॥ जय तुलसी माता…॥ बटु पुत्री है श्यामा, सूर बल्ली है ग्राम्या । विष्णुप्रिय जो नर तुमको … Read more

Hanuman Ji Ki Aarti Lyrics | हनुमान जी की आरती | Aarti Kije Hanuman Lala Ki

Hanuman Ji Ki Aarti Lyrics | हनुमान जी की आरती | Aarti Kije Hanuman Lala Ki

Hanuman Ji Ki Aarti Lyrics in Hindi Aarti Kije Hanuman Lala Ki हनुमान जी की आरती ॥ श्री हनुमंत स्तुति ॥ मनोजवं मारुत तुल्यवेगं, जितेन्द्रियं, बुद्धिमतां वरिष्ठम्॥ वातात्मजं वानरयुथ मुख्यं, श्रीरामदुतं शरणम प्रपद्धे॥ ॥ आरती ॥ आरती कीजै हनुमान लला की। दुष्ट दलन रघुनाथ कला की॥ जाके बल से गिरवर काँपे। रोग-दोष जाके निकट न … Read more

Ganesh Ji Ki Aarti : गणेशजी की आरती, जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा। माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥

Ganesh Ji Ki Aarti : गणेशजी की आरती, जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा। माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥

Jai Ganesh Jai Ganesh Jai Ganesh Deva Aarti | श्री गणेश जी आरतीभगवान गणेश की आरती करने सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं सभी विघ्न दूर होते हैं। भगवान गणेश को प्रथम पूजनीय भी कहा जाता है कि क्योंकि किसी भी शुभ कार्य से पहले भगवान गणेश की पूजा और आरती करने से सभी विघ्न दूर … Read more

श्री जानकीनाथ जी की आरती (Shri Jankinatha Ji Ki Aarti)

श्री जानकीनाथ जी की आरती (Shri Jankinatha Ji Ki Aarti)

ॐ जय जानकीनाथा, जय श्री रघुनाथा । दोउ कर जोरें बिनवौं, प्रभु! सुनिये बाता ॥ ॐ जय..॥तुम रघुनाथ हमारे, प्राण पिता माता । तुम ही सज्जन-संगी, भक्ति मुक्ति दाता ॥ ॐ जय..॥ लख चौरासी काटो, मेटो यम त्रासा । निशदिन प्रभु मोहि रखिये, अपने ही पासा ॥ ॐ जय..॥ राम भरत लछिमन, सँग शत्रुहन भैया … Read more

Om Jai Jagdish Hare – Jagdish Ji Ki Aarti | ॐ जय जगदीश हरे

Om Jai Jagdish Hare - Jagdish Ji Ki Aarti | ॐ जय जगदीश हरे

Jagdish Ji Ki Aarti Om Jai Jagdish Hare जगदीश जी की आरती – ॐ जय जगदीश हरे ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी जय जगदीश हरे । भक्त जनों के संकट, दास जनों के संकट, क्षण में दूर करे ॥ ॥ ॐ जय जगदीश हरे ॥ जो ध्यावे फल पावे, दुःख बिनसे मन का, स्वामी दुःख … Read more

Chitragupt Aarti in Hindi : चित्रगुप्त महाराज की आरती, जय चित्रगुप्त हरे

Chitragupt Aarti in Hindi : चित्रगुप्त महाराज की आरती, जय चित्रगुप्त हरे

Chitragupt Aarti in Hindi : चित्रगुप्‍त महाराज की पूजा कायस्‍थ समाज के लोग दीपावली के बाद यम द्वितीया के दिन करते हैं। मान्‍यता है कि चित्रगुप्त महाराज सभी के कर्मों का लेखाजोखा रखते हैं। पौराणिक कथाओं में बताया गया है कि चित्रगुप्त महाराज सृष्टि के न्‍यायाधीश कहलाते हैं और उनकी पूजा विधि विधान से करने … Read more

भगवद्‍ गीता आरती (Aarti Shri Bhagwat Geeta)

भगवद्‍ गीता आरती (Aarti Shri Bhagwat Geeta)

जय भगवद् गीते, जय भगवद् गीते । हरि-हिय-कमल-विहारिणि, सुन्दर सुपुनीते ॥कर्म-सुमर्म-प्रकाशिनि, कामासक्तिहरा । तत्त्वज्ञान-विकाशिनि, विद्या ब्रह्म परा ॥ जय भगवद् गीते…॥ निश्चल-भक्ति-विधायिनि, निर्मल मलहारी । शरण-सहस्य-प्रदायिनि, सब विधि सुखकारी ॥ जय भगवद् गीते…॥ राग-द्वेष-विदारिणि, कारिणि मोद सदा । भव-भय-हारिणि, तारिणि परमानन्दप्रदा ॥ जय भगवद् गीते…॥ आसुर-भाव-विनाशिनि, नाशिनि तम रजनी । दैवी सद् गुणदायिनि, हरि-रसिका सजनी … Read more

माँ लक्ष्मी जी की आरती (Laxmi Ji Ki Aarti)

माँ लक्ष्मी जी की आरती (Laxmi Ji Ki Aarti)

Laxmi Ji Ki Aarti Lyrics in Hindi महालक्ष्मी नमस्तुभ्यं, नमस्तुभ्यं सुरेश्वरि। हरि प्रिये नमस्तुभ्यं, नमस्तुभ्यं दयानिधे॥ पद्मालये नमस्तुभ्यं, नमस्तुभ्यं च सर्वदे। सर्वभूत हितार्थाय, वसु सृष्टिं सदा कुरुं॥ ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता। तुमको निसदिन सेवत, हर विष्णु विधाता॥ उमा, रमा, ब्रम्हाणी, तुम ही जग माता। सूर्य चद्रंमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता॥ ॥ॐ … Read more

Govardhan Maharaj Ki Aarti : आरती श्री गोवर्धन महाराज की: गोवर्धन महाराज, ओ महाराज, तेरे माथे मुकुट विराज रहेओ

Govardhan Maharaj Ki Aarti : आरती श्री गोवर्धन महाराज की: गोवर्धन महाराज, ओ महाराज, तेरे माथे मुकुट विराज रहेओ

गोवर्धन पूजन के दौरान करें गोर्वधन महाराज की आरती… श्री गोवर्धन महाराज, ओ महाराज, तेरे माथे मुकुट विराज रहेओ।तोपे पान चढ़े तोपे फूल चढ़े, तोपे चढ़े दूध की धार।तेरे माथे मुकुट विराज रहेओ।तेरी सात कोस की परिकम्मा, और चकलेश्वर विश्रामतेरे माथे मुकुट विराज रहेओ।तेरे गले में कण्ठा साज रहेओ, ठोड़ी पे हीरा लाल।तेरे माथे मुकुट … Read more