राधाष्टमी पर बरसाना जाएं तो इनका दर्शन करना न भूलें, देवी राधा की होगी परम कृपा

राधाष्टमी पर बरसाना जाएं तो इनका दर्शन करना न भूलें, देवी राधा की होगी परम कृपा

राधा रानी का जन्मोत्सव भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन मनाया जाएगा। कृष्ण जन्माष्टमी से ठीक 15 दिन बाद राधाष्टमी का पर्व मनाया जाता है। इस बार राधा अष्टमी का पर्व 23 सितंबर शनिवार के दिन मनाया जाएगा। ऐसे में यदि आप बरसाना घूमने का मन बना रहे हैं तो आपको … Read more

पितृपक्ष में यहां पितरों का तर्पण श्राद्ध करना होता है कल्याणकारी, पितरों को मिलती है मुक्ति

पितृपक्ष में यहां पितरों का तर्पण श्राद्ध करना होता है कल्याणकारी, पितरों को मिलती है मुक्ति

​पितृपक्ष में अधिकांश लोग अपने घर पर ही ब्राह्मणों को भोजन करवारकर अपने पूर्वजों का श्राद्ध करते हैं। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो कि तीर्थ स्‍थानों पर जाकर अपने पितरों के लिए पिंडदान करते हैं और वहां उनका श्राद्ध करते हैं। आज हम ऐसे ही कुछ तीर्थ स्‍थानों के बारे में आपको बताने … Read more

गया में पिंडदान क्यों दिया जाता है, जाने गया में पिंडदान का क्या है महत्व

गया में पिंडदान क्यों दिया जाता है, जाने गया में पिंडदान का क्या है महत्व

वैसे तो पिंडदान, तर्पण और श्राद्ध कर्म के लिए भारत में कई जगहें हैं लेकिन फल्गु नदी के तट पर स्थित गया शहर का अपना विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सर्वपितृ अमावस्या के दिन गया में पिंडदान करने से 108 कुल और 7 पीढ़ियों का उद्धार हो जाता है और पितरों की आत्मा … Read more

Chandika Devi Temple: इस देवी मंदिर में कर्ण करता था हर दिन 60 किलो सोने का दान, ऐसी है मंदिर मान्यता

Chandika Devi Temple: इस देवी मंदिर में कर्ण करता था हर दिन 60 किलो सोने का दान, ऐसी है मंदिर मान्यता

देश के 52 शक्तिपीठों में मुंगेर का चंडिका स्थान भी शामिल है। नवरात्र के पहले दिन से ही यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होती है। मुंगेर -खगड़िया एप्रोच पथ बनने से खगड़िया और बेगूसराय जिले के श्रद्धालु नवरात्रि में भारी संख्या में पहुंच रहे हैं। मान्‍यता है कि यहां देवी सती का नेत्र गिरा था। … Read more

विदेश स्थित इन शक्तिपीठों के बारे में जानते हैं आप, यहां गिरी थी मां सती की नाक, घुटने और पायल

विदेश स्थित इन शक्तिपीठों के बारे में जानते हैं आप, यहां गिरी थी मां सती की नाक, घुटने और पायल

भगवती शिवा ने राजा दक्ष को वरदान दिया था कि वह उनकी पुत्री के रूप में जन्म लेंगी। तब यह भी कहा कि जब आपका आदर मेरे प्रति कम हो जाएगा तब अपने शरीर को त्याग दूंगी। भगवती शिवा ने सती के रूप में दक्ष की पुत्री के रूप में जन्म लिया। घोर तपस्या करके … Read more

550 साल से भी ज्यादा पुराना है गाजीयाबाद का देवी मंदिर, यहां बाल रूप में विराजमान हैं मां

550 साल से भी ज्यादा पुराना है गाजीयाबाद का देवी मंदिर, यहां बाल रूप में विराजमान हैं मां

शारदीय नवरात्रि पर्व पर प्रत्येक माता मंदिरों में श्रद्धालु मां के दर्शन पूजन के लिए जाते हैं। दिल्ली गेट के प्राचीन देवी मंदिर में मां बाल रूप में विराजमान हैं। मंदिर बाला सुंदरी चतुर्भुजी देवी मंदिर के नाम से भी प्रसिद्ध है। मान्यता है कि यह मंदिर भी सिद्धपीठ दूधेश्वर नाथ मंदिर की तरह 550 … Read more

फरीदाबाद के इस माता मंदिर में केवल चुनरी बांधते हैं मन्नत होती है पूरी, यहां है चमत्कारिक पेड़

फरीदाबाद के इस माता मंदिर में केवल चुनरी बांधते हैं मन्नत होती है पूरी, यहां है चमत्कारिक पेड़

फरीदाबाद के सबसे पुराने देवी मंदिर में नवरात्रि के नौ दिन मां के नौ रूपों के दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ लगी रही। नवरात्र के दौरान फरीदाबाद के एनआईटी-1 तिकोना पार्क में स्थित श्री महारानी वैष्णो देवी मंदिर में मां का दरबार 24 घंटे खुला हुआ है। यहां हर रोज भजन संध्या का … Read more

हिंदू-मुस्लिम एकता की अनूठी मिसाल देवा मेला, दरगाह पर होने वाले धार्मिक कार्यक्रमों का शेड्यूल जारी

हिंदू-मुस्लिम एकता की अनूठी मिसाल देवा मेला, दरगाह पर होने वाले धार्मिक कार्यक्रमों का शेड्यूल जारी

सूफी संत हाजी वारिस अली शाह के वालिद दादामियां की नुमाइश मैदान स्थित सैय्यद कुर्बान अली शाह उर्फ दादा मियां की दरगाह पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की भी घोषणा कर दी गई है। यह कार्यक्रम भाईचारा और कौमी एकता का संदेश देने वाला है। इस कार्यक्रम के तहत निकलने वाली पालकी यात्रा को देखने … Read more

निधिवन के अनोखे वृक्षों का रहस्य, शरद पूर्णिमा पर दर्शन बेहद लाभकारी

निधिवन के अनोखे वृक्षों का रहस्य, शरद पूर्णिमा पर दर्शन बेहद लाभकारी

28 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा का पर्व मनाया जाएगा। यह पर्व हमेशा अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा की किरणों से अमृत वर्षा निकलती है, जिसे अमृत काल भी कहा जाता है। शरद पूर्णिमा की रात महालक्ष्मी के साथ भगवान कृष्ण की पूजा करने … Read more

पितरों की याद में दिवाली मनाते हैं गुर्जर, शाम में दीपक जलाकर करते हैं पूजन

पितरों की याद में दिवाली मनाते हैं गुर्जर, शाम में दीपक जलाकर करते हैं पूजन

हिंदू आस्था और परंपरा के अनुसार भारत में दिवाली को सबसे बड़े त्योहार के रूप में मनाया जाता है। लगभग संपूर्ण भारत में इस दिन दीपक जलाए जाते हैं और एक-दूसरे को मिठाई खिलाई जाती है। सर्व समाज के साथ गुर्जर समाज में भी दिवाली को अनोखे रूप में मनाने की परंपरा आज भी बरकरार … Read more