Dhan Prapti Vastu upay: वास्तु के इन 6 अचूक उपायों से भाग्य में बनने लगते हैं धन प्राप्ति के योग, माता लक्ष्मी हर शाम आएंगी आपके द्वार

जीवन संघर्षों से भरा हुआ है लेकिन जीवन कुछ आसान हो जाता है, जब आपके पास आर्थिक मजबूती होती है। इसका मतलब यह है कि धन होने से समस्याओं को सुलझाना काफी आसान हो जाता है। वहीं, धन के अभाव में समस्याएं और भी विकराल होने लग जाती हैं। आप भी अगर धन-धान्य से सम्पन्न रहना चाहते हैं, तो आपको वास्तु अनुसार कुछ ऐसे उपाय जरूर करने चाहिए, जिससे कि देवी लक्ष्मी की कृपा आप पर बनी रह सके। आइए, जानते हैं वास्तु अनुसार लक्ष्मी प्राप्ति के उपाय।

​लौंग से लक्ष्मी प्राप्ति के उपाय​

घर से बाहर जाते समय व्यक्ति को हाथ में पांच लौंग लेकर बाहर निकलना चाहिए। कार्य के दौरान व्यक्ति इन लौंग को किसी लाल कपड़े में रख कर जेब में रख सकता है। घर वापस आकर इन्हें अपने मंदिर में रख दें।

​गीता के 11वें पाठ का करें अध्ययन​

श्रीमद भगवत गीता का पाठ करने से जीवन की सभी समस्याओं का हल निकलता है। इसके 11वें अध्याय का पाठ करने से धन की कमी दूर होती है। इसके अलावा हमेशा अपने घर और पराई स्त्रियों का सम्मान करें। कभी भी स्त्रियों को कमतर आंककर उनका अपमान न करें।

​सूर्य देव को प्रसन्न रखने से होगी धन प्राप्ति​

सूर्य के सम्मुख जो व्यक्ति गायत्री के मन्त्र का जाप करता है उसके नवग्रह धीरे-धीरे शुभ होते हैं और नवग्रहों के दोष भी दूर होते हैं। गायत्री मंत्र का जाप व्यक्ति के आत्मविश्वास में वृद्धि करता है, उसके व्यवहार को सौम्य बनाता है और धर्म, अर्थ, काम व मोक्ष प्रदान करता है।

​शनिवार के दिन लक्ष्मी प्राप्ति के उपाय​

शनिवार का दिन शनि ग्रह का दिन होता है। इस दिन लोहे की वस्तुओं की खरीदारी का काम करने से बचना चाहिए। इसके साथ ही काले रंग के वस्त्र खरीदना भी इस दिन सही नहीं माना गया है। शनिवार के दिन शाम के समय दीया जरूर जलाएं।

​दीप जलाकर करें कनकधारा स्त्रोत का पाठ​

देवी लक्ष्मी के सामने घी का दीपक जलाकर, कनकधारा स्तोत्र का जो व्यक्ति नित्य पाठ करता है, उसके घर में कभी भी धन कि कमी नहीं रहती है। कनकधारा स्तोत्र का पाठ करने से घर धन-धान्य से भरा रहता है और सुख-समृद्धि कि वर्षा होती है। विधि-विधान से पूजा करने से देवी लक्ष्मी प्रसन्न होकर अपने साधक को अथाह धन देती हैं।

​लक्ष्मी पूजन में इस रंग का आसन लगाएं​

घर में पूजा करते हुए बैठने के लिए हम सभी आसन का प्रयोग करते हैं। वास्तु के अनुसार यदि किसी व्यक्ति को लक्ष्मी जी के मन्त्रों का जाप करना है, तो उसे गुलाबी रंग के आसन का प्रयोग करना चाहिए। इसी प्रकार यदि कोई मंगल ग्रह या हनुमान जी का मंत्र जाप करता है, तो ऐसे साधक को लाल रंग के आसान का प्रयोग करना चाहिए। जब भी पूजा करें, तो पूजा के बाद आसन को प्रणाम करें। आसन को कभी भी पैर से नहीं खिसकाना चाहिए।