Kalka Ji Mandir Navratri 2024 : कालकाजी मंदिर की खास बातें जानें, यूं ही नहीं दिन-रात लगी रहती है भक्तों की कतार

नवरात्रि में दिल्ली के कालकाजी मंदिर में एक अलग ही तरह की चहल-पहल देखने को मिलती है। कालकाजी मंदिर में भक्त माता वैष्णों के दर्शन करने के लिए दूर-दूर से आते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि कालकाजी मंदिर में माता के दर्शन करने के लिए लंबी कतार लगती है। नवरात्रि में लोग माता के दर्शन करने के लिए घंटों तक इंतजार करते हैं। कभी-कभी तो भीड़ इतनी ज्यादा होती है कि माता के दर्शन करने के लिए आए भक्त सुबह से लेकर शाम तक यहां लाइन में लगे रहते हैं। आइए, जानते हैं दिल्ली के कालकाजी मंदिर की खास बातें।

​कालकाजी मंदिर की अद्भुत बनावट​

कालकाजी मंदिर, जो अपने अनोखे वास्तुशिल्प और धार्मिक महत्व के लिए जाना जाता है, पूरी दुनिया में भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र है। मंदिर का केंद्रीय कक्ष पूरी तरह से संगमरमर से बना है, जो इसकी भव्यता को दर्शाता है। मंदिर में देवी काली की एक अद्भुत पत्थर की मूर्ति स्थापित है। मुख्य मंदिर में बारह द्वार हैं, जो बारह महीनों का प्रतीक हैं। प्रत्येक द्वार के पास माता के विभिन्न रूपों को दर्शाया गया है, जो उनकी शक्ति और महिमा को प्रदर्शित करता है।

​बाबा बालकनाथ ने सबसे पहले कराया था कालकाजी मंदिर का निर्माण​

पौराणिक कहानियों के अनुसार मां भगवती महाकाली ने इसी जगह पर असुरों का नाश किया था। सबसे पहले देवी के चमत्कार को नमन करते हुए बाबा बालकनाथ ने यहां मंदिर बनवाया था। वहीं, इतिहासकारों की मानें, तो मंदिर का पुराना हिस्सा 1764 में मराठाओं ने बनवाया था। इसके बाद अकबर द्वितीय ने 1816 में इसका फिर से निर्माण करवाया था।

​3000 साल पुराना है दिल्ली का कालकाजी मंदिर​

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार यह मंदिर 3000 साल से भी ज्यादा पुराना है। कालकाजी माता मंदिर को एक सिद्धपीठ माना जाता है। मान्यता है कि इस पीठ का स्वरूप हर काल में बदलता रहता है। कहा जाता है कि मां दुर्गा ने यहीं पर महाकाली के रूप में असुरों का संहार किया था।

​भगवान श्रीकृष्ण ने की थी यहां पूजा​

पांडवों ने महाभारत के युद्ध से पहले भगवती की पूजा की थी। यह पूजा भगवान श्रीकृष्ण के साथ उस पर्वत पर की गई थी। जहां बाद में बाबा बालकनाथ ने तपस्या की थी। मां भगवती ने बाबा बालकनाथ को दर्शन दिए थे। इसके अलावा यह भी पौराणिक कहानियां है कि देवी-देवता अलग-अलग रूपों में धरती पर आकर भगवती देवी के दर्शन करने के लिए यहां आते हैं।

दिल्ली के कालकाजी मंदिर कैसे पहुंचे​

आप अगर दिल्ली के कालकाजी मंदिर जाना चाहते हैं, मेट्रो सबसे अच्छा माध्यम है। कालकाजी मंदिर जाने के लिए नजदीकी मेट्रो स्टेशन कालकाजी मंदिर मेट्रो स्टेशन (मेजेंटा लाइन) है। इसके अलावा आप अपने निजी वाहन से भी यहां आसानी से पहुंच सकते हैं। कालकाजी मंदिर के पास ही लॉटस टेम्पल यानी कमल मंदिर भी है। आप वहां भी जा सकते हैं।