प्लेग से आधी हो गई थी लंदन की आबादी, 2 महीने घर बैठे कर दिखाया कमाल

प्लेग से आधी हो गई थी लंदन की आबादी, 2 महीने घर बैठे कर दिखाया कमाल

संकलन: हरिप्रसाद रायबात सन 1665 की है। सूत और कपड़े से लदी नाव में कुछ चूहे लंदन आ गए। इन चूहों ने शहर में प्लेग फैला दिया। लोग तेजी से मरने लगे। देखते-देखते चार लाख वाले लंदन की आबादी आधी हो गई। लोग बीमार व्यक्ति को क्वारंटीन करने में लग गए। संक्रमित व्यक्ति को चालीस … Read more

दुःख की बदली, जब जब मुझ पे छा गई – भजन (Dukh Ki Badli Jab Jab Mujhpe Cha Gayi )

दुःख की बदली, जब जब मुझ पे छा गई - भजन (Dukh Ki Badli Jab Jab Mujhpe Cha Gayi )

दुःख की बदली, जब जब मुझ पे छा गई, सिंह सवारी करके, मैया आ गई, वो आ गई वो आ गई, वो आ गई मेरी माँ, दुख की बदली, जब जब मुझ पे छा गई, सिंह सवारी करके, मैया आ गई ॥जब जब संकट आया है, माँ को सामने पाया है, दुनिया ने रिश्ते तोड़े, … Read more

भिक्षु बोला मुझे जान से मारने वाले का उपकार मानूंगा

भिक्षु बोला मुझे जान से मारने वाले का उपकार मानूंगा

बुद्ध के संघ का विस्तार हो रहा था। उनसे प्रशिक्षित होकर बहुत सारे भिक्षु धर्म प्रचार करने निकल पड़े थे। सूना प्रांत ऐसा कठोर स्थान था कि वहां जाने को कोई भिक्षु तैयार ही न हो। एक दिन उनके शिष्य पूर्ण ने निवेदन किया कि वह धर्म प्रचार के लिए सूना प्रांत जाने की अनुमति … Read more

मेरी मैया ने ओढ़ी लाल चुनरी: भजन (Meri Maiya Ne Odhi Laal Chunari)

मेरी मैया ने ओढ़ी लाल चुनरी: भजन (Meri Maiya Ne Odhi  Laal Chunari)

मेरी मैया ने ओढ़ी लाल चुनरी, हीरो मोती जड़ी गोटेदार चुनरी, हीरो मोती जड़ी गोटेदार चुनरी, कमाल चुनरी, कमाल चुनरी ॥झिलमिल सितारों जड़ी, माँ की चुनरिया, लश्कारा मारे माँ के, माथे की बिंदिया, हीरो मोती जड़ी गोटेदार चुनरी, हीरो मोती जड़ी गोटेदार चुनरी, कमाल चुनरी, कमाल चुनरी ॥ लाल चोला माँ का लाल, फुलों का … Read more

प्रसाद के लिए हनुमानजी ने इसलिए साधक को मारा थप्पड़, ऐसे दिए दर्शन

प्रसाद के लिए हनुमानजी ने इसलिए साधक को मारा थप्पड़, ऐसे दिए दर्शन

संकलन: हिमानी भट्टएक दिन एक साधक मुनि कपींद्र के पास गया और बोला, ‘मुनिवर, मैंने भक्ति तो बहुत कर ली, मगर अभी तक मुझे संकट मोचन महाराज के दर्शन नहीं हुए। आप मुझे कोई ऐसा मंत्र बताइए कि मुझे दर्शन हों।’ मुनि मुस्कुराए और बोले, ‘बेटा, यह बच्चों का खेल नहीं। बड़ा कठिन तप है।’ … Read more

‘मेरे पैर उधर घुमा दो, जिधर खुदा का घर न हो’

'मेरे पैर उधर घुमा दो, जिधर खुदा का घर न हो'

योगाचार्य सुरक्षित गोस्वामी गुरु नानक घूमते-घूमते मक्का-शरीफ पहुंचे। तब रात हो गई चुकी थी। नानकजी पास ही एक पेड़ के नीचे सो गए। जब सुबह उठे, तब उन्होंने अपने चारों ओर अनेक मुल्लाओं को खड़ा पाया। उनमें से एक ने नानकजी से बड़े गुस्से में पूछा, ‘तुम कौन हो/ जो खुदा पाक के घर की … Read more

शेरावाली का सच्चा दरबार है: भजन (Sherawali Ka Sacha Darbar Hai)

शेरावाली का सच्चा दरबार है: भजन (Sherawali Ka Sacha Darbar Hai)

शेरावाली का सच्चा दरबार है, यहाँ पे भरते भक्तो के भंडार है, सच्चा दरबार है, भरते भंडार है, शेरावाली का सच्चा दरबार हैं, यहाँ पे भरते भक्तो के भंडार है ॥पर्वत पे एक गुफा के अंदर, मैया का है प्यारा मंदिर, मैया का है प्यारा मंदिर, सिंह सवारी कर के बैठी, लगती मैया कितनी सुन्दर, … Read more

ले ले मैया का नाम, जपले मैया का नाम: भजन (Le Le Maiya Ka Naam Jalpe Maiya Ka Naam)

ले ले मैया का नाम, जपले मैया का नाम: भजन (Le Le Maiya Ka Naam Jalpe Maiya Ka Naam)

ना ये तेरा ना ये मेरा, काहे करे अभिमान, तेरा मेरा करते करते, छुट जायेंगे प्राण, ले ले मैया का नाम, जपले मैया का नाम, बोलो अंबे जगदंबे, बोलो अंबे जगदंबे ॥खेलकुद में बित गया बचपन, ढल रही तेरी जवानी, वक्त है अब भी जाग रे बंदे, मत कर तु मनमानी, जपले मैय्या का नाम … Read more

जान‍िए क्‍या हुआ जब सरदार वल्‍लभ भाई पटेल चंदा इकट्ठा करने रंगून गए?

जान‍िए क्‍या हुआ जब सरदार वल्‍लभ भाई पटेल चंदा इकट्ठा करने रंगून गए?

एक बार सरदार वल्लभ भाई पटेल कांग्रेस के लिए फंड इकट्ठा करने रंगून गए। रंगून में उन्होंने सभी से चंदा मांगा और लोगों की प्रतिक्रिया भी काफी अच्छी रही। कांग्रेस को चंदा हर तबके के लोगों से मिल रहा था, लेकिन सरदार पटेल ने चीनी लोगों की एक विशेषता नोट की। जब भी कोई चीनी … Read more

तोरे ऊंचे भुवन बने मात भवानी: भजन (Tore Unche Bhawan Bane Maat Bhawani)

तोरे ऊंचे भुवन बने मात भवानी: भजन (Tore Unche Bhawan Bane Maat Bhawani)

तोरे ऊंचे भुवन बने मात भवानी, मोर नचत है बागों में ॥माँ के मंदिर पे कंचन कलश धरे, वहां चन्दन के जड़े है किवाड़ भवानी, मोर नचत है बागों में ॥ तोरे अँगना में नोवत बाज रही, शंख झालर बजे खड़ताल भवानी, मोर नचत है बागों में॥ बैठी अटल सिंघासन जगदम्बे, ओढे चुनरी माँ गोटेदार … Read more