गौरा ने घोट कर, पीस कर छान कर – भजन (Gora Ne Ghot Kar Piskar Chhankar)
गौरा ने घोट कर, पीस कर छान कर, शिव को भंगिया पिलाई, मजा आ गया, छोड़ कैलाश को, पहुंचे शमशान में, गांजे की दम लगायी, मजा आ गया ॥जब नशा भांग, गांजे का चढ़ने लगा, भोला नचने लगे, डमरू बजने लगा, जल चुकी थी चिताएं, जो शमशान में, उनकी भस्मी रमाई, मजा आ गया ॥ … Read more