सांवेर की धरती – भजन (Sanwer ki Dharti)
सांवेर की धरती सांवेर की धरती हनुमत साजे, चले है इनकी मर्जी सांवेर की धरतीपाताल में जाकर जब बजरंग, अहिरावन राज मिटाते है दिल बाग़ बाग़ हो जाता है, जब राम हृदय मुस्काते है सुन के पतन की आवाजे, सुन के पतन की आवाजे, यु लगे कही विध्वंस जगे अरे राम लखन संग आते ही, … Read more