बाँके बिहारी की बाँसुरी बाँकी – भजन (Banke Bihari Ki Bansuri Banki )
बाँके बिहारी की बाँसुरी बाँकी, पे सुदो करेजा में घाव करे री, मोहन तान ते होए लगाव तो, औरन ते अलगाव करे री, गैर गली घर घाट पे घेरे, गैर गली घर घाट पे घेरे, कहाँ लगी कोउ बचाउ करे री, जादू पड़ी रस भीनी छड़ी मन, पे तत्काल प्रभाव करे री, जादू पड़ी रस … Read more